ताड़ी बेचनेवाले का बेटा ताड़ पर नहीं, जहाज पर चढ़ेगा : सीएम

अगले वैशक्खा से पहले ताड़ी पर आश्रित रहनेवालों को तीन गुनी कीमत दिलायेगी सरकार सहरसा : पूर्ण शराबबंदी के बाद कुछ लोग ताड़ी बेचनेवालों को सनका रहे हैं. हमारे विरोध में भड़का रहे हैं. उनको लेकर सड़क पर उतर प्रदर्शन करते हैं. यह सब पीने-पिलानेवालों की साजिश है. वे क्या चाहते हैं कि बाप-दादा की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2016 6:15 AM

अगले वैशक्खा से पहले ताड़ी पर आश्रित रहनेवालों को तीन गुनी कीमत दिलायेगी सरकार

सहरसा : पूर्ण शराबबंदी के बाद कुछ लोग ताड़ी बेचनेवालों को सनका रहे हैं. हमारे विरोध में भड़का रहे हैं. उनको लेकर सड़क पर उतर प्रदर्शन करते हैं. यह सब पीने-पिलानेवालों की साजिश है. वे क्या चाहते हैं कि बाप-दादा की तरह उनका बच्चा भी ताड़ के पेड़ पर ही चढ़ता रहे. छाती में पेड़ का धक्का लगवाता रहे. वैसे नेता का बच्चा हवाई जहाज पर और पासी का बेटा ताड़ गाछ पर चढ़े, ऐसा नहीं चलेगा. उनके बच्चे भी पढ़ेंगे, लिखेंगे और हवाई जहाज पर चढ़ने लायक बनेंगे.
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को जीविका समूह द्वारा स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पासियों की आजीविका की चिंता सरकार को है. अगले वैशक्खा (वैशाख) से पहले उनके जीवन को पटरी पर लाने की व्यवस्था हो रही है. ताड़ के पेड़ व ताड़ी पर आश्रित रहनेवालों के लिए सरकार जो योजना बना रही है, उससे उनकी आमदनी पहले से तीन गुनी होगी.
ताड़ के अन्य उत्पाद आयेंगे बाजार में
सीएम ने कहा कि देश में सबसे अधिक ताड़ के पेड़ तमिलनाडु में हैं. वहां छात्र ताड़ के सभी भागों पर लंबे समय से शोध कर रहे हैं. वहां से विशेषज्ञों की टीम को बिहार बुलाया गया है.
कृषि वैज्ञानिक भी अायेंगे़ सूर्योदय से पहले के ताड़ के रस को इकट्ठा कराया जायेगा. प्रसंस्करण के बाद उसे बोतल बंद कर बाजार में नीरा के रूप में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जायेगा. ताड़ के फल, पत्तों, उसकी छाल से उपयोगी वस्तु बनाने के कुटीर उद्योग चलाये जायेंगे़

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