रेलवे का मुख्य द्वार अतिक्रमण की चपेट में
यात्रियों को प्रवेश व निकास में होती है परेशानी ट्रेन आने के बाद लगता है घंटों जाम सहरसा सिटी : रेलवे का मुख्य द्वार अतिक्रमणकारियों के चंगुल से मुक्त नहीं है. चांदनी चौक हो या बंगाली बाजार वाली प्रवेश द्वार दोनों तरफ अतिक्रमणकारियों की तूती बोल रही है. रेलवे प्रशासन के अधिकारियों के सामने अतिक्रमणकारी […]
यात्रियों को प्रवेश व निकास में होती है परेशानी
ट्रेन आने के बाद लगता है घंटों जाम
सहरसा सिटी : रेलवे का मुख्य द्वार अतिक्रमणकारियों के चंगुल से मुक्त नहीं है. चांदनी चौक हो या बंगाली बाजार वाली प्रवेश द्वार दोनों तरफ अतिक्रमणकारियों की तूती बोल रही है. रेलवे प्रशासन के अधिकारियों के सामने अतिक्रमणकारी अपना दुकान सजाते हैं, जो सुबह से लेकर देर रात तक सजी रहती है. यह कोई एक दिन की कहानी नहीं है, प्रतिदिन यही हाल रहता है. लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता है. सब कुछ जान कर रेलवे के अधिकारी अनजान बने हुए हैं. लोगों के बीच अधिकारियों व पुलिस के खिलाफ कई तरह की चर्चा होती है.
प्रवेश व निकास में होती है परेशानी :अतिक्रमण के कारण यात्रियों को स्टेशन परिसर में प्रवेश करने व बाहर निकलने में काफी परेशानी होती है. चांदनी चौक तरफ के निकास द्वार की स्थिति तो और भयावह है. अतिक्रमणकारी अपना सामान सड़क के आधे हिस्से तक में फैला कर रखते हैं.
विरोध करने पर यह लोग यात्रियों से उलझने से भी बाज नहीं आते. कभी-कभी तो स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि स्थानीय लोगों को मध्यस्थता करनी पड़ती है. इन लोगों की कहानी यही नहीं है, सड़क के साथ-साथ फुटपाथ को भी ये लोग अपने कब्जे में ले लिया है. रही-सही कसर परिसर में अॉटो व ई-रिक्शे पूरा कर देते हैं. अॉटो व रिक्शा चालक यत्र-तत्र वाहन खड़ा कर देते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. लोगों ने रेलवे प्रशासन से अतिक्रमणकारियों व अॉटो चालकों पर कार्रवाई की मांग की है.
यह राह नहीं आसान
बंगाली बाजार से भी स्टेशन परिसर में प्रवेश करना कोई आसान नहीं है. सहरसा-मधेपुरा मुख्य रोड स्थित बंगाली बाजार से स्टेशन की तरफ मुड़ते ही सड़क की दुर्दशा व जलजमाव देख लोगों के मुंह से अचानक रेलवे के प्रति आक्रोशित शब्द निकल पड़ते हैं. लोगों ने कहा कि ए ग्रेड स्टेशन व करोड़ों की कमाई देने वाले स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क की दुर्दशा पर किसी का ध्यान नहीं है.
अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. लोगों ने कहा कि सड़क की दुर्दशा देख ही स्टेशन परिसर की हालात बयां कर देती है. वहीं मुख्य द्वार पर लगे दर्जनों अॉटो के कारण लोगों को वाहन लेकर प्रवेश करने में काफी परेशानी होती है.