धीमी गति से दौड़ेगी रेलगाड़ी
निरीक्षण. मानसी से कोपड़िया के बीच बाढ़ के खतरे को देख रेलवे ने लिया निर्णय मॉनसून के दस्तक के साथ ही सहरसा-मानसी रेलखंड पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. रेलवे द्वारा मानसी-सहरसा रेलखंड के धमाराघाट-कोपड़िया के बीच ट्रेनों की स्पीड 20 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गयी है. सहरसा सिटी : बारिश के बाद कोसी […]
निरीक्षण. मानसी से कोपड़िया के बीच बाढ़ के खतरे को देख रेलवे ने लिया निर्णय
मॉनसून के दस्तक के साथ ही सहरसा-मानसी रेलखंड पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. रेलवे द्वारा मानसी-सहरसा रेलखंड के धमाराघाट-कोपड़िया के बीच ट्रेनों की स्पीड 20 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गयी है.
सहरसा सिटी : बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से मानसी-सहरसा रेलखंड के धमाराघाट-कोपड़िया के बीच नदी पर स्थित 47 नंबर पुल पर पानी का दबाव बढ़ गया है. कटाव को देखते हुए पुल पर चौकीदार की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. इस खंड पर ट्रेनों की स्पीड 20 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गयी है.
मालूम हो कि मामले की सूचना मिलते ही डीआरएम सुधांशु शर्मा ने मंगलवार को इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों के साथ पुल का निरीक्षण किया था. इधर लोगों के बीच फिर से बाढ़ को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. लोगों ने कहा कि हरेक वर्ष रेलवे के साथ-साथ आम लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ता है. सरकार को इसके स्थायी निदान के लिए पहल करनी चाहिए. लोगों ने कहा कि बाढ़ के समय रेल सेवा ही कोसी के लिये वरदान साबित होती है. इसे चालू रखना आवश्यक है.
नाइट पेट्रोलिंग का आदेश
पुल के निरीक्षण के दौरान डीआरएम श्री सुधांशु ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को बोल्डर पिचिंग करने का आदेश देते बाढ़ प्रभावित इलाके में रेलवे ट्रैक व पुलों पर नाइट पेट्रोलिंग शुरू करने का आदेश दिया है. इसके अलावा डीआरएम ने अधिकारियों के साथ मानसी से कोपड़िया के बीच मोटर ट्रॉली से ट्रैकों का निरीक्षण किया. हालांकि अधिकारियों ने मानसून को लेकर इसे समान्य निरीक्षण बताया. अधिकारियों ने कहा कि कोसी नदी पर स्थित 47 नंबर पुल पर पानी का दबाव बढ़ा था, अब स्थिति सामान्य है. नाइट पेट्रोलिंग शुरू कर दी गयी है.
गैंगमैनों की बनायी गयी विशेष टीम : रेल मंडल में संभावित बाढ़ को देखते हुए बोल्डर और चिप्स सैंड का स्टॉक किया जा रहा है. इसके लिए समस्तीपुर मुख्यालय समेत कई स्थानों का चयन किया गया है. दूसरे डिवीजन से भी इस कार्य के लिए मदद ली जा रही है. बाढ़ के दौरान बचाव कार्य के लिए इंजीनियरिंग विभाग के गैंगमैनों की विशेष टीम बनायी गयी है.