कम अनाज देने पर प्रदर्शन
ग्रामीणों ने डीलर पर लगाया वरीय पदाधिकारियों के साथ मिलीभगत का आरोप घैलाढ : जिले के घैलाढ प्रखंड में जनवितरण प्रणाली का हाल बेहाल है. गरीबों को राशन डीलर डंके की चोट पर कम राशन दे रहे है. स्थिति इस कदर भयावह है कि वरीय अधिकारियों के मिली भगत से नीचले अधिकारियों का भय डीलरों […]
ग्रामीणों ने डीलर पर लगाया वरीय पदाधिकारियों के साथ मिलीभगत का आरोप
घैलाढ : जिले के घैलाढ प्रखंड में जनवितरण प्रणाली का हाल बेहाल है. गरीबों को राशन डीलर डंके की चोट पर कम राशन दे रहे है. स्थिति इस कदर भयावह है कि वरीय अधिकारियों के मिली भगत से नीचले अधिकारियों का भय डीलरों को नहीं हो रहा है. हद तो तब हो गयी जब सीओ के समक्ष वार्ता में भी डीलर ने जबरन कम अनाज देने की बात कही. इससे पहले प्रखंड के बरदाहा वार्ड संख्या 13 में रविवार को कम राशन दिए जाने के विरोध में उपभोक्ताओं ने जमकर हंगामा व प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने ने डीलर पर आरोप लगाया कि उन्हें कम राशन व किराशन दिया जा रहा है इसका विरोध करने के बावजूद डीलर मनमानी
करता है.
मिली जानकारी के अनुसार जनवितरण प्रणाली के दुकानदार नागेश्वर चौधरी पर उपभोक्ताओं ने जबरन कम राशन किरासन देने का आरोप लगा कर हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि लाभुकों से राशन व किरासन में पर यूनिट एक किलो अनाज व 250 ग्राम तेल की कटौती की जा रही है. इस दौरान तय मानक से कम राशन किरासन मिलने पर उपभोक्ताओं ने जनवितरण प्रणाली दुकानदार व वरीय पदाधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की.
मौके पर लाभूकों ने आरोप लगाया कि वरीय पदाधिकारी के मिलीभगत से डीलर यहां मनमानी कर रहा है. तत्कालीन लाभूकों ने इसकी सूचना सीओ सतीश कुमार को दी. लाभूकों की शिकायत पर सीओ ने जनवितरण दुकान की जांच कर कार्रवाई की बात कही. मौके पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ को शिकायत सुनाते हुए बताया की जनवितरण प्रणाली के दुकानदार नागेश्वर चौधरी द्वारा राशन व किरासन वितरण में भारी धांधली बरती जा रही है,
पर यूनिट एक किलो अनाज व ढाई सो ग्राम किरासन कम दिया जा रहा है. वही इस बाबत जनवितरण के दुकानदार नागेश्वर चौधरी ने कहा की पर यूनिट एक किलो अनाज व मात्र 100 ग्राम तेल काट कर वितरण करते है. डीलर के मनमानी का आलम यह था कि जांच को पहुंचे सीओ व स्थानीय मुखिया उमेश कुमार के समक्ष ही जबरन राशन व किरासन की कटौती की बात कहनी शुरू कर दी.
इस दौरान जहां जनवितरण दुकानदार एक किलो अनाज काटने की बात पर डटे थे तो लाभूक सरकारी नियमानुसार पूरा अनाज लेने पर डटे हुए थे. तब सीओ के समक्ष दोनों पक्षों से वार्ता कर पर एक यूनिट आधा किलो अनाज व 100 ग्राम किरासन तेल कम देने की बात तय हुई.