प्रभार नहीं देने के कारण छह माह से है एमडीएम बंद

सत्तरकटैया : राज्य सरकार व शिक्षा मंत्री की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के दावे विभिन्न पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के विद्यालयों औचक निरीक्षण में फेल होते नजर आते हैं. प्रखंड क्षेत्र में ऐसे भी विद्यालय हैं, जहां निलंबित शिक्षिका द्वारा प्रभार नहीं दिये जाने के कारण विगत छह माह से एमडीएम सहित अन्य योजना बंद है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2016 6:07 AM

सत्तरकटैया : राज्य सरकार व शिक्षा मंत्री की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के दावे विभिन्न पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के विद्यालयों औचक निरीक्षण में फेल होते नजर आते हैं. प्रखंड क्षेत्र में ऐसे भी विद्यालय हैं, जहां निलंबित शिक्षिका द्वारा प्रभार नहीं दिये जाने के कारण विगत छह माह से एमडीएम सहित अन्य योजना बंद है. लेकिन विभागीय पदाधिकारी अंजान बने हुए हैं. वर्षो से विवादित सत्तर पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सहरबा की प्रधान शिक्षिका रह चुकी सुनीला कुमारी को अनियमितता व वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवमानना के आरोप में 27 जनवरी को निलंबित कर दिया गया. बीआरसी कार्यालय में योगदान करने का आदेश दिया गया था.

लेकिन शिक्षिका द्वारा आदेश का अनुपालन अभी तक नहीं किया गया है. 25 जून को बीइओ ने पत्र निर्गत कर निलंबित शिक्षिका को उत्क्रमित मध्य विद्यालय मेनहा के प्रधानाध्यापक को वित्तिय व गैर वित्तीय प्रभार सौंपने का निर्देश देते हुए बीआरसी कार्यालय में योगदान नहीं लेने का स्पष्टीकरण तीन दिनों के अंदर समर्पित करने का कार्यालय आदेश जारी किया. लेकिन शिक्षिका द्वारा अभी तक प्रभार नहीं दिया गया है. प्रभार नहीं दिये जाने के कारण इस विद्यालय में छह माह से एमडीएम बंद है.

Next Article

Exit mobile version