ऑफिस जाने के लिए खरीदी नाव
शहर में बारिश के पानी से विकराल होती जा रही स्थिति जलनिकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण हलकान हैं लोग सहरसा : जल-जमाव के कारण शहर के विभिन्न इलाकों की स्थिति लगातार विकराल होती जा रही है. सबसे बुरी स्थिति में वार्ड नंबर आठ के न्यू कॉलोनी की है. यहां लोगों का घर से […]
शहर में बारिश के पानी से विकराल होती जा रही स्थिति
जलनिकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण हलकान हैं लोग
सहरसा : जल-जमाव के कारण शहर के विभिन्न इलाकों की स्थिति लगातार विकराल होती जा रही है. सबसे बुरी स्थिति में वार्ड नंबर आठ के न्यू कॉलोनी की है. यहां लोगों का घर से निकलना और वापस घर जाना सबसे बड़ी परेशानी बन गई है. अब शहरी क्षेत्र के इस प्रमुख कॉलोनी में नाव का परिचालन शुरू हो गया है. सरस्वती बाल विद्यालय के पीछे कई निवासी पानी में पूरी तरह घिरे हुए हैं. कहीं घुटना तो कहीं कमर तक पानी है. पीड़ित विजय कुमार वर्मा ने काम पर जाने-आने के लिए एक नाव ही खरीद लिया. पुत्र चंदन कुमार वर्मा ने बताया कि इस समस्या से शीघ्र निजात पाना मुश्किल लग रहा है. काम पर जाने और वापस आने में हो रही परेशानी के मद्देनजर नाव खरीदने का निर्णय लेना पड़ा. चंदन ने कहा कि उन्होंने सिमरी बख्तियारपुर से आठ हजार रुपये में नाव खरीदी है.
कई इलाकों का पानी होता है जमा : अतिवृष्टि व जलजमाव से पीड़ित चंदन कुमार ने बताया कि वार्ड 8 के न्यू कॉलोनी की बसावट व भौगोलिक स्थिति कुछ इस तरह है कि आसपास के मुहल्लों का पानी भी यहीं गिरता है. पूरब में गांधी पथ, पश्चिम में सराही, उत्तर में महिला कॉलेज और दक्षिण में हाथी टोला तक का पानी आता है. जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी महीनों जमा रह जाता है. हालांकि इस बार प्रशासन की ओर से सोमवार से यहां पानी निकालने के लिए पंपसेट उपलब्ध कराया गया है. बावजूद स्थिति बेकाबू बनी हुई है. जहां लगभग पांच सौ से अधिक परिवार टापू पर बसे नजर आते हैं. यहां सैकड़ों घरों में पानी प्रवेश कर गया है. बहरहाल जल-जमाव की स्थिति इतनी विकराल हो चुकी है कि हर मुहल्ले में वार्डवासी कई समस्याओं से घिर चुके हैं. खाने की समस्या, शौचालय की समस्या और आने वाली महामारी की आशंका से वे अभी ही सहमे हुए हैं.
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