फिर से पानी-पानी हुआ शहर

दशमी की सुबह दो घंटे तक हुई घनघोर बारिश से दुबारा परेशानी घरों में घुसा पानी, सड़कें जलमग्न सहरसा : बीते दिनों हुई बारिश का पानी अभी घर व मुहल्लों से निकला भी नहीं था कि दशमी की सुबह दो घंटे तक जमकर हुई बारिश ने एक बार फिर पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2016 1:47 AM

दशमी की सुबह दो घंटे तक हुई घनघोर बारिश से दुबारा परेशानी

घरों में घुसा पानी, सड़कें जलमग्न
सहरसा : बीते दिनों हुई बारिश का पानी अभी घर व मुहल्लों से निकला भी नहीं था कि दशमी की सुबह दो घंटे तक जमकर हुई बारिश ने एक बार फिर पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया. कहीं घुटने तो कहीं कमर भर पानी लग गया है. लोगों की परेशानी पहले से अधिक बढ़ गयी है.
डूब गयी पूरी न्यू कॉलोनी
पिछले एक महीने से पानी से तबाह न्यू कॉलोनी पहले से ही डूबा हुआ था. अधिकतर घरों में पानी प्रवेश कर गया था. चार दिनों पूर्व ही आठ दिनों तक लगातार पंपसेट चलाकर घरों से पानी निकाला जा सका था. हालांकि लगभग सभी सड़कों पर पानी था ही. दशमी की सुबह हुई बारिश ने सब बराबर कर दिया. बारिश के अलावे गांधी पथ,
महिला कॉलेज, पानी टंकी, हाथी टोला व सराही से पानी गिरने के कारण न्यू कॉलोनी में जमा पानी के जलस्तर में काफी वृद्धि हो गई है. कई घरों के सैफ्टी टैंक के उपर से पानी बह रहा है. लोगों को शौच जाने, स्नान करने व बरतन साफ करने में भी काफी परेशानी हो रही है. लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. सड़कों पर दो से ढ़ाई फीट तक पानी के जमा होने से कोई बाइक भी नहीं निकाल सकता है. इस बारिश में कई नए घरों में पानी प्रवेश कर गया है.
हो रही है दुर्घटना
नया बाजार प्रवेश करने के साथ ही एक बार फिर जलजमाव से दो-चार होना पड़ रहा है. सड़कों के टूटी होने के कारण इधर दुर्घटनाएं भी खूब हो रही है. मदन मेडिकल से पश्चिम डॉ मोती वर्मा गली में फिर से डेढ़ फीट तक पानी जमा हो गया है. हरि निवास से लाला प्रवीण की गली तो पूरी तरह तालाब बनी ही हुई है. इधर अमर मेडिकोज से इग्नू कार्यालय तक भी घुटने भर पानी जमा है. कई निजी डॉक्टरों का क्लिनीक व नर्सिंग होम होने के कारण मरीज व परिजनों का इधर आना लगा रहता है. इन सड़कों के भी टूटी होने के कारण दिन भर लोग गिरते-पड़ते रहते हैं.
रोते हैं रहमान रोड के लोग
जब पूरा शहर सूखे में रहता है तब रहमान चौक और चाणक्यपुरी मुहल्ले के लोग जलजमाव से त्रस्त रहते हैं. अब जक बारिश से पूरा शहर डूब चुका है, तब यहां की स्थिति की कल्पना की जा सकती है. लगभग सभी घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. लोग निजी पंपसेट व मोटर लगा पानी बाहर निकालते हैं. वहीं पानी घुम कर फिर उनके घरों में आ जाता है. प्रशांत सिनेमा से मीरा टॉकीज तक जाने वाली सड़क पहले ही डूबी हुई थी. इस बारिश ने उसे और भी लबालब कर दिया है. रमेश झा रोड व बस स्टैंड के पीछे वाले मुहल्ले की कहानी ही बिल्कुल अलग है. पुराने जलजमाव क्षेत्र के किनारे बसे होने के कारण पानी तुरंत ही घरों में प्रवेश कर जाता है. इस मुल्ले के अधिकतर घर पहले ही खाली हो चुके थे. अब उन्हें अगले दो महीने तक के लिए निश्चिंत होना पड़ेगा.
चारों ओर पानी ही पानी
वीर कुंवर सिंह चौक से उत्तर कलेक्ट्रेट जाने वाली सड़क के दोनों ओर सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है. सरकारी भवन के बाहर और मुख्य सड़क के किनारे तक पानी चढ़ गया है. गर्ल्स हाइ स्कूल और जिला स्कूल की स्थिति भयावह दिखती है. डीआरसीसी भवन भी टापू बना हुआ है. सदर अस्पताल जाने वाली मुख्य सड़क पर घुट्टी भर पानी चढ़ गया है.
एएनएम स्कूल, रेडक्रॉस भवन, सिविल सर्जन कार्यालय, डीइओ ऑफिस सहित कमिश्नरी व सिविल कोर्ट के पीछे क्वार्टरों तक पानी फैल गया है. प्रशासन की ओर से सदर अस्पताल रोड, एनएम हॉस्टल, सीएस ऑफिस, संजय पार्क के पास पंप लगा इन जगहों का पानी मत्स्य विभाग के पोखर में गिराने का प्रयास किया जा रहा है.
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