बिहार बोर्ड: 15 फरवरी से होगी इंटरमीडिएट की परीक्षा

सहरसा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा की गयी गलती का खामियाजा जिले के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है. समिति द्वारा जारी इंटर के प्रवेश पत्र में विषय सूची सहित छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के नाम गलत प्रकाशित किये गये है. बोर्ड की चूक के कारण अंग्रेजी विषय के छात्र हिंदी व मैथिली का परीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2014 11:20 AM

सहरसा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा की गयी गलती का खामियाजा जिले के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है. समिति द्वारा जारी इंटर के प्रवेश पत्र में विषय सूची सहित छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के नाम गलत प्रकाशित किये गये है. बोर्ड की चूक के कारण अंग्रेजी विषय के छात्र हिंदी व मैथिली का परीक्षा देने को बाध्य हो रहे हैं.

छात्रों ने बताया कि महज दो दिनों का समय शेष है, ऐसे में नये विषयों की तैयारी असंभव प्रतीत हो रही है. मालूम हो कि रमेश झा महिला कॉलेज की छात्र रफत रोजी, क्रमांक संख्या 10248 ने बताया कि उसके पिता का नाम मो कैसर आलम की जगह प्रवेश पत्र में कस्तर आलम अंकित है. नीतू कुमारी क्रमांक 1193 ने बताया कि अंग्रेजी के बदले हिंदी की परीक्षा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है. जूली कुमारी क्रमांक 10082 ने बताया कि अंग्रेजी के बजाय मैथिली की परीक्षा देने को कहा जा रहा है.

छात्र निशा कुमारी क्रमांक 10187 ने बताया कि विषय के अलावा पिता का नाम भी गलत प्रकाशित किया गया है. अभिभावक राम नरेश साह ने बताया कि बोर्ड द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ मजाक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कॉलेज प्रशासन सुधार को लेकर असमर्थता जता चुकी है. अभिभावकों को पटना का चक्कर लगाने की मजबूरी बनी हुई है. परीक्षार्थियों ने समस्या के समाधान के लिए बोर्ड के अधिकारियों सहित डीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की है.

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