वैक्सीन कवरेज बढ़ाने के लिए अब इवीएलएस

इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन लॉजिस्टिक्स सिस्टम से बढ़ेगा वैक्सीन कवरेज दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ सहरसा : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जिले में इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पूरब बाजार स्थित होटल में सोमवार को आयोजित हुआ. कार्यशाला का उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह ने दीप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2016 6:00 AM

इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन लॉजिस्टिक्स सिस्टम से बढ़ेगा वैक्सीन कवरेज

दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
सहरसा : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जिले में इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पूरब बाजार स्थित होटल में सोमवार को आयोजित हुआ. कार्यशाला का उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. उन्होंने कहा कि यह एक अभुतपूर्व पहल है. इसका उद्वेश्य कोल्ड चेन प्वाइंट्स पर वैक्सीन के भंडार और प्रवाह तथा भंडारण के तापमान के बारे में तात्कालिक सूचना देकर भारत सरकार के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सहयोग देना है. इसके अलावे टीकों की डिलीवरी, खरीद के लिये बेहतर नीति बनाने और नये टीकों की योजना बनाने के लिये सबूतों के आधार को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से ही कई राज्यों में यह कार्यक्रम चल रहा है. अब इसे सभी जगहों पर अपनाने की तैयारी की जा रही है.
कैसे करता है काम
पीएचसी सहित अन्य जगहों से आये स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देते पटना से आये खुशबू कुमारी व सुमित कुमार ने बताया कि इसके तहत सभी कोल्ड चेन कर्मचारियों को इवीआईएन मोबाइल एप्लीकेशन युक्त स्मार्टफोन दिये जाएंगे ताकि भंडार को डिजिटल रूप में दर्ज किया जा सके. प्रत्येक कोल्ड चेन कर्मचारी हर टीकाकरण दिवस के अंत में हर टीके के कुल उपयोग की सुचना मानक रजिस्टरों में नियमित रूप से दर्ज करता है. इसके साथ साथ इवीआइएन एप्लीकेशन में अपडेट कर क्लाउड सर्वर पर अपलोड किया जाता है. जिसे जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम प्रबंधक ऑनलाइन डैशबोर्ड के जरिये देख सकते हैं. यह सिस्टम टीकों के स्टॉक के बारे में तत्काल सूचना देने के अलावे टीकों के भंडारण, तापमान की निगरानी करने में भी मदद देता है. कोल्ड चेन सिस्टम से जुड़े सिम संचालित टेंपरेचर लॉगर्स रेफ्रिजरेटर्स में रखे डिजिटल सेंसर्स के जरिये तापमान की स्थिति दर्ज करते रहते हैं. तापमान हर दस मिनट में रिकार्ड होता है और जनरल जीपीआरएस के माध्यम से हर साठ मिनट के अंतराल पर सर्वर पर अपडेट किया जाता है. तापमान निर्धारित स्तर से कम या ज्यादा होते ही लॉगर अलार्म देता है और कोल्ड चेन के लिए जिम्मेदार टैक्नीशियन्स तथा प्रबंधकों को इमेल तथा एसएमएस भेजकर सतर्क कर देता है. मौके पर पीओ यूएनडीपी प्रियरंजन झा, एसएमओ डॉ परेश प्रजापति, भीसीसीएम मोमताज खालिद, एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, मो मजरूल हसन, बीएमसी प्रसुन कुमार, प्रमोद कुमार, दिनेश दिनकर, राकेश कुमार, मो आजाद, पंकज कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

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