नारी संघर्ष पर केंद्रित रही बंगाल की प्रस्तुति
सहरसा : महोत्सव के पहले दिन अल्टरनेटिव थियेटर ग्रूप कोलकाता की नाट्य प्रस्तुति ने नारी संघर्ष व व्यवस्था पर करारा प्रहार किया. देश के प्रसिद्ध नाट्य निर्देशकों में शुमार प्रवीर गुहा के निर्देशन में प्रस्तुत नाटक एनोदर रैनबो की प्रस्तुति में नारी संघर्ष, व्यवस्था संघर्ष व उपभोक्तावाद की संस्कृति पर रंगकर्मियों ने अपनी प्रस्तुति से […]
सहरसा : महोत्सव के पहले दिन अल्टरनेटिव थियेटर ग्रूप कोलकाता की नाट्य प्रस्तुति ने नारी संघर्ष व व्यवस्था पर करारा प्रहार किया. देश के प्रसिद्ध नाट्य निर्देशकों में शुमार प्रवीर गुहा के निर्देशन में प्रस्तुत नाटक एनोदर रैनबो की प्रस्तुति में नारी संघर्ष, व्यवस्था संघर्ष व उपभोक्तावाद की संस्कृति पर रंगकर्मियों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों के बीच अमिट छाप छोड़ी. असम व त्रिपुरा के कलाकारों ने कोसी सांस्कृतिक महोत्सव के मंच पर अने जलवे से लोगों का परिचय कराया.
मंच पर अफतार अली मोहन घोष, विकास बोस, बाबुल पॉल, प्रशांत ने अपने सशक्त अभिनय के जरिये नाटक के पात्रों को जीवंत बना दिया. सूत्रधार की भूमिका में शामिल मंडल आलोक पन्ना मंडल, शिल्पी सरकार सहित अन्य पात्र ने भी नाटक की प्रस्तुति में बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहे. वहीं दूसरी प्रस्तुति के रूप में भागलपुर इप्टा के रंगकर्मी नाटक टेडीबियर का सफल मंचन किया. मदन द्वारा लिखित इस नाटक का निर्देशन रितेश रंजन ने किया. नाटक के पात्रगत भूमिका में साहिल सिंह, खुशबू, संतोष, प्रमोद, रानी, पंकज, सुमित, मुकेश, निधि, मनीषा सहित अन्य सहयोगी रंगकर्मी ने नाटक में अपने चरित्र के साथ न्याय प्रदर्शित किया. महोत्सव के संयोजक राजन कुमार के संयोजन में पहले दिन की प्रस्तुति का सफल संचालन किया गया.