टा-टा छोटी रेल लाइन
सहरसा/सुपौल : सहरसा-सुपौल-थरबिटिया के बीच 37 किमी बड़ी लाइन की पटरी बिछाने को लेकर 25 दिसंबर से अमान परिवर्तन का काम शुरू हो जायेगा. रेललाइन के विस्तार होने के बाद अब कोसी प्रमंडल में छोटी रेल लाइन व मीटरगेज पर दौड़ने वाली ट्रेन इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जायेगी. दो साल बाद कोसी […]
सहरसा/सुपौल : सहरसा-सुपौल-थरबिटिया के बीच 37 किमी बड़ी लाइन की पटरी बिछाने को लेकर 25 दिसंबर से अमान परिवर्तन का काम शुरू हो जायेगा. रेललाइन के विस्तार होने के बाद अब कोसी प्रमंडल में छोटी रेल लाइन व मीटरगेज पर दौड़ने वाली ट्रेन इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जायेगी. दो साल बाद कोसी के पूरे इलाके में बड़ी रेल लाइन का साम्राज्य स्थापित हो जायेगा. बड़ी रेललाइन निर्माण में दो वर्षों का समय लग जायेगा. 25 दिसंबर से सदा के लिए मीटरगेज की ट्रेन बंद करने का निर्णय ले लिया है.
अब तक रोज गुजरने वाली छह जोड़ी ट्रेनें रविवार से अब इस ओर नहीं दिखेंगी. शनिवार की शाम छह बजे रेलखंड पर जाने के लिए अंतिम ट्रेन के रूप में ट्रेन संख्या 52330 की सीटी सुनायी दी. रेल लोको पायलट एसोसिएशन के सचिव अंगद कुमार ट्रेन को लेकर सत्तरकटैया निवासी चालक उमाकांत यादव, सहचालक प्रदीप कुमार व गार्ड तरुण कुमार विदा हुए. ट्रेन अंतिम बार प्लेटफाॅर्म नंबर तीन से खुली.