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अब बंगाली बाजार में ओवरब्रिज नहीं!

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By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2017 2:46 AM

सड़क से सटकर बन रहा प्लेटफॉर्म कर रहा है इशारा

बंगाली बाजार से स्टेशन जाने वाली सड़क भी की जा रही है बंद
रेलवे अधिकारी व जनप्रतिनिधि अभी भी हैं मौन
सहरसा : बंगाली बाजार के रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण की संभावना कम होती जा रही है. यहां रेलवे सड़क से सटाकर प्लेटफॉर्म का निर्माण करा रही है. हालांकि अब तक न तो रेलवे के किसी अधिकारी ने आरओबी के नहीं बनने की बात कही है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने ही यह सार्वजनिक रूप से कहा है. लेकिन रेलवे सूत्रों के अनुसार प्लेटफॉर्म के बनने के बाद ओवरब्रिज निर्माण को तो टाल ही दिया जायेगा. संभव है कि इस मार्ग से सामान्य आवाजाही भी हमेशा के लिए बंद कर दी जायेगी.
मेगाब्लॉक के साथ शुरू हुआ काम: 25 दिसंबर को कोसी क्षेत्र से छोटी रेल लाइन को हमेशा के लिए विदा करने के बाद सहरसा जंकशन पर प्लेटफॉर्म नंबर तीन का विस्तार कार्य शुरू हुआ. युद्धस्तर पर चल रहा निर्माण कार्य बंगाली बाजार स्थित सड़क के किनारे तक पहुंच गया है. हालांकि रेलवे ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि बंगाली बाजार होकर स्टेशन जाने वाली सड़क को बंद कर दिया जायेगा. प्लेटफॉर्म नंबर दो और तीन के बीच की यह सड़क पूरी तरह से प्लेटफॉर्म का हिस्सा हो जायेगा.
अभी प्लेटफॉर्म नंबर एक की तुलना में दो की लंबाई 50 फीट अधिक लंबी है. प्लेटफॉर्म नंबर दो को और 50 फीट उत्तर की ओर बढ़ाया जा रहा है. इसी के समानांतर प्लेटफॉर्म नंबर तीन का निर्माण कार्य भी जारी है. इस तरह प्लेटफॉर्म के अंतिम सिरा व बंगाली बाजार की सड़क के बीच मात्र तीन फीट की दूरी बच जाती है. जो सड़क यातायात के लिए सुरक्षित नहीं होगा.
बंद हो जायेगी बंगाली बाजार की सड़क!: रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यदि सड़क के किनारे तक प्लेटफॉर्म होगा तो निश्चित ही ट्रेन का इंजन आगे तक बढ़ेगा. प्लेटफॉर्म बढ़ने से ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी. प्लेसिंग, शंटिंग व आगे के स्टेशनों की ओर ट्रेनों के जाने एवं आने के दौरान सड़कें प्रभावित रहेंगी. रेलवे द्वारा बंगाली बाजार से स्टेशन प्रवेश करने के रास्ते को बंद करने व सड़क से सटा कर प्लेटफॉर्म निर्माण कार्यों को देख लगता है कि निकट भविष्य में बंगाली बाजार की इस सड़क को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया जायेगा. राजेंद्र नगर टर्मिनल, समस्तीपुर, कटिहार, फारबिसगंज एवं अन्य शहरों की तरह इस मार्ग को हमेशा के लिए बंद कर दिया जायेगा. उसके बाद पूरब से पश्चिम को जोड़ने के लिए गंगजला रेलवे क्रॉसिंग पर दबाव बढ़ेगा. इससे जाम की समस्या और गहरायेगी.
योजना की नहीं मिली है स्वीकृति
रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंगाली बाजार के इस रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी निर्माण की अब तक प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिली है. हालांकि क्षेत्रीय सांसद ने पहले अगस्त फिर दिसंबर में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं उच्च पथ मंत्री नितीन गडकरी के हाथों चौथे शिलान्यास के बाद आरओबी निर्माण कार्य शुरू कराने की बात कही थी. लेकिन दिसंबर के समाप्त होने के बाद भी नितीन गडकरी का कोई कार्यक्रम बनता नहीं दिख रहा है और न ही सांसद अब इस संबंध में कुछ बोल रहे हैं. बीते अक्तूबर महीने में राज्य सरकार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने सहरसा दौरे के क्रम में कहा था कि उनके प्रयास से राज्य के 56 आरओबी को केंद्र सरकार से स्वीकृति दिलायी गई है. लेकिन उन्होंने इन योजनाओं में सहरसा के शामिल होने की बात से इनकार कर दिया था. इधर चार जनवरी को राज्य के जिन तीन आरओबी को निर्माण की स्वीकृति मिली है. उसमें भी सहरसा को शामिल नहीं किया गया है. लिहाजा यह स्पष्ट होता जा रहा है कि बंगाली बाजार में 19 वर्षों से लंबित, स्वीकृत व तीन-तीन बार शिलान्यासकृत योजना को खारिज कर दिया गया है. जिसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की जा रही है.
सड़क से तीन फीट की दूरी पर रेलवे बना रहा प्लेटफॉर्म.

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