राजग व फ्रेंड्स ऑफ आनंद ने दिया धरना

आयुक्त कार्यालय के सामने धरना देकर की कार्रवाई की मांग सहरसा : जिले में दिन प्रतिदिन गिरती विधि व्यवस्था, शराबबंदी कानून का दुरुपयोग, जेल प्रशासन के पक्षतापूर्ण रवैये के कारण मंडल कारा में व्याप्त अराजकता के विरुद्ध गुरुवार को फ्रेंड्स ऑफ आनंद राजग गठबंधन द्वारा आयुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया. धरना के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2017 4:38 AM

आयुक्त कार्यालय के सामने धरना देकर की कार्रवाई की मांग

सहरसा : जिले में दिन प्रतिदिन गिरती विधि व्यवस्था, शराबबंदी कानून का दुरुपयोग, जेल प्रशासन के पक्षतापूर्ण रवैये के कारण मंडल कारा में व्याप्त अराजकता के विरुद्ध गुरुवार को फ्रेंड्स ऑफ आनंद राजग गठबंधन द्वारा आयुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया. धरना के माध्यम से आयुक्त से इन गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की गयी. जिलाध्यक्ष अजय कुमार बबलू की अध्यक्षता में आयोजित धरना को संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि आये दिन जिले में हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी, चोरी, डकैती, अवैध जमीन कब्जा सहित अन्य अापराधिक घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. सरेआम महिलाओं के साथ छेड़खानी, छिनतई राहजनी हो रही है. अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है.
शराबबंदी कानून का धड़ल्ले से दुरुपयोग किया जा रहा है. आबकारी विभाग व प्रशासन से मिलकर शराब माफिया चांदी काट रहे हैं. वहीं गरीब को जेल भेजकर प्रताड़ित किया जाता है. जिस पर अविलंब रोक लगनी चाहिए. छात्र हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेतन आनंद ने कहा कि प्रशासनिक पक्षपात के कारण मंडल कारा की स्थिति अत्यंत विस्फोटक व तनावपूर्ण है. किसी की जानमाल और इज्जत सुरक्षित नहीं है. कुछ वर्षों पूर्व संतरी की हत्या कर और जेल ब्रेक कर भागने व भगाने वालों के लिए जेल अधीक्षक सुबह, दोपहर, शाम सुपारी किलरों, अपहर्ताओं, रंगदारों, जमीन व शराब माफिया से बेरोकटोक मिलने व अपराध संचालन के लिये जेल गेट के अंदर अपना दफ्तर मुहैया करवा रहे है. इन कुख्यातों के कारण आम बंदियों का सम्मान के साथ जीना मुहाल हो गया है. आये दिन जेल में झगड़े, मारपीट, पगली घंटी आम बात हो गयी है. प्रशासन व बंदियों में गुटबाजी चरम पर है. कभी भी, किसी भी समय बड़ी हादसा प्रत्याशित है. फ्रेंडस ऑफ आनंद चुप नहीं बैठेगा. धरना में माधव चौधरी, चंदन बागची, अनिता कुशवाहा, राजन आनंद, चंद्रमोहन सिंहा, पंकज कुमार, दिवाकर सिंह, भूषण सिंह, किशोर साह, ई रमेश सिंह, बाबाजी सिंह, सतीश सिंह, सोहन सिंह, मदनजीत चौहान, ध्यानी यादव, पंकज सिंह, बुच्ची गुप्ता, कन्हैया सिंह, रौशन झा, नीरज गुप्ता, मणिकांत झा, विनय कुशवाहा, रोहिण दास, डिग्री सिंह, सरोज सिंह, राजीव सिंह, मुकुल सिंह, अनिल सिंह कुशवाहा, सुमित सिंह, रौशन सिंह, नयन सिंह, बौआ झा, मो अली भुट्टो, प्रभुमन सिंह, मंसूर अली, महबूब अली कैसर सहित अन्य मौजूद थे.

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