सहरसा (सिमरी) : बिहार के सहरसा जिला अंतर्गत बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के तरियामा पंचायत के तरियामा महादलित टोला में रविवार की रात्रि एक 25 वर्षीय महादलित युवक ने पत्नी के द्वारा नशा करने से मना करने पर फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. घटना की सूचना पर बख्तियारपुर पुलिस घटनास्थल पहुंंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टमकेलिए सहरसा सदर अस्पताल भेज दिया.
बख्तियारपुर थानाध्यक्ष उमाशंकर कामत ने बताया की मामले को लेकर यू डी केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. वहीं घटना के संबंध में मृतक शिबू सादा की पत्नी पिंकी देवी ने बताया कि हमारी शादी दो पूर्व हुई थी, पति अक्सर शराब पी कर नोंक-झोंक करते थे. पत्नी ने बताया कि एक साल पहले शराबबंदी के बाद वह अक्सर शराब नहीं मिलने पर भंग गोली (मिनार) खाने लगे और करीब एक साल से प्रत्येक दिन भंग गोली खा कर अक्सर मारपीट गाली-गलौज कर रहे थे. जिसकावह लगातार विरोध कर रही थी.
पत्नी ने बताया कि रविवार को भी देर शाम मछली मार कर वह घर आये और भंग गोली के नशा में गाली-गलौज करने लगे.जिसकेबाद हम दोनों के बीच काफी नोंक-झोंक होने के बाद मैं दूसरे कमरे में सोने चली गयी. वहीं सुबह जब मेरे पति कमरे से बाहर नहीं निकले तो मै देखने गयीतो उनका शव छप्पर के बांस के बल्ली से रस्सी में गले में फंदा लगा झुल रहा था. हो-हल्ला करने पर आसपास के लोग जब पहुंचे तो शव को नीचे उतारा गया. तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
इधर, प्रभात खबर को सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक घटना के बाद परिजन गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा थे. इसी बीच घटना की भनक पुलिस को लग गयी और समय ना गंवाते हुए पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच लाश को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
बताया जाता है कि मृतक और उसकी पत्नी पिंकी देवी की शादी के दो वर्ष बाद भी कोई संतान नही हुआ था, जिस बात को भी लेकर परिवार में मायूसी छायी रहती थी. वहीं पत्नी ने रोते हुए बताया कि अगर ये पता चल जाता की मना करने पर फांसी लगा लेंगे तो मना नही करती.