60 वर्ष पुरानी है मांग, पर किसी ने नहीं सुनी : मुन्ना

सिमरी : सत्तरहवें दिन भी नेताओं का अनशन स्थल आना-जाना लगा रहा. वहीं 17वें दिन भाजपा नेता किशोर कुमार मुन्ना अनशन स्थल पहुंच कर अनशनकारियों की हालत का जायजा लिया. इस मौके पर अनशनकारियों व उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सहरसा और खगड़िया जिले के बीच यह फरकिया इलाका अपने लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2017 5:25 AM

सिमरी : सत्तरहवें दिन भी नेताओं का अनशन स्थल आना-जाना लगा रहा. वहीं 17वें दिन भाजपा नेता किशोर कुमार मुन्ना अनशन स्थल पहुंच कर अनशनकारियों की हालत का जायजा लिया. इस मौके पर अनशनकारियों व उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सहरसा और खगड़िया जिले के बीच यह फरकिया इलाका अपने लिए पिछले 60 वर्षों से एक पुल की मांग कर रहा है. जो आज तक पूरा नहीं हो सका है. आजादी के बाद भी कई सरकार बनी पर किसी ने इस इलाके की दर्द को नही सुना और अब इस इलाके के लोग अपनी मांगो को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं.

ज्ञात हो कि पिछले 17 दिनों से करीब 50 से अधिक महिला-पुरुष आमरण अनशन पर बैठे हैं. दिन-ब-दिन अनशनकारियों की हालत बिगड़ती जा रही है. लेकिन राज्य सरकार के कान पर जूं तक नही रेंग रही है. कोसी के इलाके में दो नहीं, दो दर्जन पुल की आवश्‍यकता है. लेकिन आज तक यहां किसी ने इसकी जरूरत नहीं समझी. मंगलवार को सहरसा के सलखुआ स्थित डेंगराही घाट पर कोसी नदी पर पुल निर्माण की मांग का समर्थन करते हुए पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने कहा कि अब सरकार को डेंगराही पुल का निर्माण करवाना ही होगा. अगर स्‍थानीय प्रतिनिधि को राजनपुर या कठडुमर में भी पुल बनवाना है तो रोक कौन रहा है. मैं भी उसका समर्थन करता हूं. लेकिन आज जब हजारों की संख्‍या में लोग पिछले 17 दिनों से धरना-प्रदर्शन, आंदोलन व अनशन कर रहे हैं. तब वे लोग इस आंदोलन को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं.

पूर्व विधायक ने कहा कि कोसी का फरकिया क्षेत्र आज भी विकास से वंचित है. इसके लिए जिम्‍मेवार हैं राज्‍य की सरकार और उनके उनके प्रतिनिधि. जिसने इस बार भी अनशनकारियों की सुध नहीं ली. डेगराही पुल बनने से लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा. हम कहना चाहते हैं कि यहां पुल निर्माण को लेकर ओछी राजनीति बंद करिए. इस इलाके के विकास की चिंता करिए और अपनी सोच बदलिए.

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