ग्राहक छोड़ भागने लगते हैं दुकानदार
महिला ग्राहकों को होती है विशेष परेशानी सहरसा : बदलते परिवेश व बाजार के दौर में कई परिवर्तन हो रहे हैं. नकद लेन देन की जगह प्लास्टिक मनी का चलन बढ़ा है. ग्राहक के साथ-साथ दुकानदारों को भी सहूलियत हो रही है. लेकिन इन सबों के बीच बुनियादी जरूरत की अनदेखी भी हो रही है. […]
महिला ग्राहकों को होती है विशेष परेशानी
सहरसा : बदलते परिवेश व बाजार के दौर में कई परिवर्तन हो रहे हैं. नकद लेन देन की जगह प्लास्टिक मनी का चलन बढ़ा है. ग्राहक के साथ-साथ दुकानदारों को भी सहूलियत हो रही है. लेकिन इन सबों के बीच बुनियादी जरूरत की अनदेखी भी हो रही है. शहर के हर्ट के रूप में प्रचलित डीबी रोड में अधिकांश दुकान का निर्माण जिला परिषद द्वारा कराया गया है.
जिप द्वारा निर्मित इन दुकानों में जरूरत के स्टोर भी संचालित हो रहे हैं. इसके बावजूद दुकानदार व ग्राहकों को जनसुविधाओं से दूर रखा गया है. बाजार में पेयजल व शौचालय तो दूर यूरिनल के लिए भी लोगों को भटकना पड़ता है. थाना चौक के रेडिमेड विक्रेता बताते हैं कि दुकान पर ग्राहक की भीड़ होने के बावजूद प्रेशर आने पर काउंटर छोड़ खाली जगहों की तलाश में रैक प्वाइंट की तरफ भागना पड़ता है.
फब्तियां कसते हैं राहगीर : दुकानदारों ने बताया कि सड़क किनारे पेशाब करता देख राहगीर भी फब्तियां कसने से बाज नहीं आते हैं. इन मौके पर शर्मिंदगी महसूस होती है. खासकर दुकानदारी के समय में दुकान छोड़ दूर जाना होता है. उन्होंने बताया कि बाजार में पुलिस निरीक्षक कार्यालय के समीप खाली जगह में यूरिनल का निर्माण कराया जा सकता है. लोगों ने बताया कि यूरिनल नहीं रहने की वजह से पानी भी कम पीते हैं.
महिलाएं हो जाती हैं शर्मिंदा: खरीदारी के लिए बाजार पहुंचने पर महिलाओं को यूरिनल के अभाव में सबसे ज्यादा शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है. पुरुष सड़क किनारे भी खड़े होकर निबट लेते हैं. लेकिन महिला बाजार से यथाशीघ्र घर पहुंचने की जद्दोजहद में लगी रहती है. महिलाओं ने बताया कि बाजार में सुविधा का अभाव है. इस वजह से काफी परेशानी होती है.
कोई नहीं है देखने वाला: बाजार में व्याप्त जनसुविधाओं के अभाव को लेकर स्थानीय नगर परिषद या जिला प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है. जबकि नप हमेशा बाजार में सुविधा विस्तार का दावा करता आ रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि थाना चौक गोदाम के समीप भी पर्याप्त मात्रा में जमीन उपलब्ध है. इस पर शौचालय व यूरिनल का निर्माण किया जा सकता है.
पेयजल की भी नहीं है व्यवस्था
बाजार में पेयजल की व्यवस्था नहीं रहने से ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. दुकानदार भी पेयजल के लिए दूसरे पर निर्भर रहते हैं. बाजार में विधायक व नगर परिषद मद से सैकड़ों चापानल लगाये जाने की बात भी सामने आ रही है. लेकिन हकीकत में डीबी रोड के लोग समीप के होटल आरओ वॉटर पर ही निर्भर रहते हैं. इसके अलावा रुपये खर्च कर पानी खरीदने की मजबूरी बनी हुई है.
बिछी है पाइप लाइन
नप बोर्ड से प्रस्ताव पारित कर शौचालय व यूरिनल निर्माण की दिशा में पहल की जायेगी. इसके अलावा पेयजल की समस्या दूर करने के लिए जलापूर्ति योजना के तहत पाइप बिछ चुकी है. सभी जगहों पर वॉटर पोस्ट का निर्माण कराया जायेगा.
दिनेश राम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद सहरसा