पति की नौकरी चाहती हो, तो अकेले में मिलो
प्रेरक के उम्मीदवार की पत्नी ने डीइओ व डीपीओ पर लगाया छेड़खानी का आरोप डीइओ कार्यालय के गेट पर ही पति के साथ धरने पर बैठी महिला महिला पुलिस के पहुंचने पर भी उठने से कर दिया इनकार सहरसा : जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत पुरीख पंचायत से अपने पति रमण कुमार सिंह के प्रेरक […]
प्रेरक के उम्मीदवार की पत्नी ने डीइओ व डीपीओ पर लगाया छेड़खानी का आरोप
डीइओ कार्यालय के गेट पर ही पति के साथ धरने पर बैठी महिला
महिला पुलिस के पहुंचने पर भी उठने से कर दिया इनकार
सहरसा : जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत पुरीख पंचायत से अपने पति रमण कुमार सिंह के प्रेरक के पद पर योगदान की जानकारी लेने पहुंची पत्नी डोली कुमारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश चंद्र देव व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता चंद्र प्रकाश पर कार्यालय वेश्म में छेड़खानी का आरोप लगाया है. डोली अपने पति के साथ डीइओ कार्यालय के गेट पर ही धरना पर बैठ गयी. महिला पुलिस के आने के बाद भी वहां से नहीं हिली व न्याय की मांग करती रही.
अकेले में बुलाते थे डीपीओ
धरने पर बैठी डोली कुमारी ने बताया कि वर्ष 2015 में प्रेरक पद के लिए बहाली विभाग द्वारा निकाली गयी थी. जिसमें मेरे पति ने भी आवेदन दिया था. डीपीओ साक्षरता ने मोटी रकम लेकर कामेश्वर साह को योगदान दिला दिया. उनके फर्जी कागजात होने की शिकायत विभाग में की गयी, तो डीइओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच की गयी. जिसकी अंतिम सुनवाई 28 फरवरी को हुई थी. जहां हमने सारे सबूत पेश किए. जानकारी के लिए बार-बार डीपीओ साक्षरता के पास जाती थी, तो वे कहते थे पति के लिए नौकरी चाहती हो तो अकेले में मिलो. जब डीपीओ के घर जाती, तो ऑफिस में मिलने कहते. जब ऑफिस मिलने जाती तो घर पर मिलो कह कर टाल जाते थे. सोमवार को जब मैं अपने पति के साथ डीइओ कार्यालय पहुंची तो डीपीओ साक्षरता चंद्र प्रकाश देख कर काफी घबरा गये. पति के साथ डीइओ कार्यालय वेश्म में गयी तो डीइओ ने कहा कि यहां से चली जाओ नहीं तो पुलिस बुलाकर गिरफ्तार करा देंगे. जांच रिपोर्ट मांगने पर उन्होंने कहा कि कामेश्वर साह के सभी कागजात सही है और उसको ही योगदान का निर्देश दिया गया है. इस बात पर मेरे पति वेश्म के बाहर निकल धरना पर बैठ गये. इतने में डीइओ श्री देव व डीपीओ साक्षरता श्री प्रकाश मेरे साथ छेड़-छाड़ कर कार्यालय से निकल गये. उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता कार्यालय कक्ष के आगे पति-पत्नी धरना पर बैठे रहेंगे. समाचार लिखे जाने तक पति-पत्नी कार्यालय कक्ष के आगे धरना पर बैठे थे.
आरोप निराधार
डीइओ श्री देव ने इस बाबत पूछने पर छेड़छाड़ के आरोप को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि प्रेरक नियुक्ति के लिए उनकी अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम बनायी गयी थी. जिसमें शनिवार को सभी कागजात के आधार पर कामेश्वर साह की नियुक्ति को वैध पाया गया व उन्हें कार्य का निर्देश दिया गया. वहीं उन्होंने डीपीओ साक्षरता पर लगाये आरोप के जांच की बात कही. इसपर डीपीओ चंद्र प्रकाश ने कहा कि यह महिला अपने अधिकार का दुरूपयोग कर रही है. कामेश्वर साह का योगदान प्रखंड प्रमुख सत्तरकटैया के द्वारा किया गया था. इस नियुक्ति को अवैध करार देते हुए रमण कुमार सिंह ने जांच की मांग की थी. इस जांच कमेटी में एक सदस्य के रूप में मैं भी था. जांच रिपोर्ट डीएम को भी सौंपी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि इसस मामले को उनसे पूर्व दो पदाधिकारी देख चुके हैं और सभी ने इसे खारिज कर दिया था.