पहले चरण में एक करोड़ सात लाख की राशि मिली
सहरसा : करीब दो दशक पहले शहर के वन विभाग परिक्षेत्र के तहत दो एकड़ जमीन में जेपी पार्क की स्थापना की गयी थी. जो समय के साथ देखरेख के अभाव में अस्तित्व खोता गया. बाद के समय में उक्त पार्क को वन विभाग द्वारा डिपो के रूप में प्रयुक्त किया जाने लगा. हालांकि समय-समय […]
सहरसा : करीब दो दशक पहले शहर के वन विभाग परिक्षेत्र के तहत दो एकड़ जमीन में जेपी पार्क की स्थापना की गयी थी. जो समय के साथ देखरेख के अभाव में अस्तित्व खोता गया. बाद के समय में उक्त पार्क को वन विभाग द्वारा डिपो के रूप में प्रयुक्त किया जाने लगा. हालांकि समय-समय पर पार्क की बदहाल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आवाज भी उठती रही. शहर में पार्क की कमी को देखते वन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 16-17 में राशि का प्रावधान कर जेपी पार्क को पुन: गुलजार करने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
अभी एक मात्र संजय पार्क पर है निर्भरता
वर्तमान में संजय पार्क पर ही जिले के लाखों लोगों की निर्भरता बनी हुई है. रोजाना सुबह व शाम के समय सैर-सपाटे के लिए लोगों की आवाजाही बनी रहती है. पर्व-त्योहार व नव वर्ष के मौके पर संजय पार्क में लगने वाली भीड़ काफी ज्यादा होती है. ऐसे में जेपी पार्क बन जाने से लोगों को मनोरंजन का एक विकल्प भी मिलेगा.