सोहा में पसरा चेचक, दर्जनों आक्रांत
देवी का प्रकोप मान लोग नहीं जा रहे डॉक्टर के पास सोनवर्षा राज : मौसम में हुए बदलाव के साथ चेचक का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है. यह क्षेत्र के कई महादलित टोले व मोहल्ले में लगातार अपना पांव पसारता जा रहा है. सोहा पंचायत के महादलित टोला के वार्ड नंबर तीन एवं […]
देवी का प्रकोप मान लोग नहीं जा रहे डॉक्टर के पास
सोनवर्षा राज : मौसम में हुए बदलाव के साथ चेचक का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है. यह क्षेत्र के कई महादलित टोले व मोहल्ले में लगातार अपना पांव पसारता जा रहा है. सोहा पंचायत के महादलित टोला के वार्ड नंबर तीन एवं वार्ड नंबर छह में चेचक के पीड़ितों में दर्जनों महिला पुरुष एवं बच्चे शामिल हैं. वहीं दिनों दिन ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. चेचक से पीड़ितों में राज कुमार, लक्ष्मी कुमारी, अरपेश कुमार, शिव कुमार, लालु, पवनी कुमारी, अंजनी कुमारी, रोहन कुमार, प्रिंस कुमार, बाबुल कुमार, काला कुमारी, दीपक कुमार, पुजा कुमारी, संजीव कुमार, पवन, सोनम कुमारी, सोनाली कुमारी,
ऋषभ कुमार, किशन कुमार, वर्षा कुमारी, तेतरी कुमारी, विकास कुमार, ज्योतिष कुमार, संगमा कुमारी, धीरज कुमार सहित अन्य शामिल हैं. पुरानी मान्यताओं में उलझने व वैज्ञानिक जानकारी के अभाव में चेचक से पीड़ित ऐसे लोग इसकी रोक थाम अथवा इलाज के लिए चिकित्सकों के पास जाने से परहेज करते हैं. चेचक को देवी का प्रकोप मान कर लगभग एक हफ्ते तक पूजा अर्चना के साथ जंगली जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करते हैं. जिस वजह से इस बीमारी को एक से अनेक लोगों मे फैलने में आसानी हो रही है.
चेचक के पीड़ित मरीजों मे अक्सर छोटा व बड़ा लाल दाना पूरे शरीर में निकल जाता है. पीड़ित पूरे शरीर मे तेज जलन व तेज बुखार से आक्रांत रहता है. निजी चिकित्सक डॉ शशिभूषण कुमार ने बताया कि चेचक होने कि स्थिति में पीड़ित को उम्र के हिसाब से सही एंटीबायोटिक व बुखार की दवा देनी होती है. दवा का सेवन नहीं करने पर जान जाने का भी खतरा हो सकता है.