गरमी बढ़ते ही चरमरा गयी बिजली आपूर्ति, झुलस रहे लोग
पंद्रह के बजाय चार मेगावाट की हो रही आपूर्ति, लोग परेशान सिमरी : अनुमंडल अंतर्गत तीनों प्रखंड में गरमी से लोगों का हाल बेहाल है. वहीं बिजली व्यवस्था पर भी गरमी का असर दिखने लगा है. दिन हो या रात, पावर कट से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बिजली की आंख मिचौली ने […]
पंद्रह के बजाय चार मेगावाट की हो रही आपूर्ति, लोग परेशान
सिमरी : अनुमंडल अंतर्गत तीनों प्रखंड में गरमी से लोगों का हाल बेहाल है. वहीं बिजली व्यवस्था पर भी गरमी का असर दिखने लगा है. दिन हो या रात, पावर कट से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बिजली की आंख मिचौली ने लोगों को परेशान कर दिया है. पिछले एक सप्ताह से बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. इस वजह से लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है. वहीं बदहाल बिजली व्यवस्था से विद्यार्थी वर्ग का भविष्य दांव पर लग गया है. शहरी क्षेत्र से लेकर गांवों में प्रतिदिन पावर कट और लोडशेडिंग की समस्या से विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बिजली की अनियमित आपूर्ति से विद्यार्थी मोमबत्ती व लैंप की रौशनी में पढ़ने को मजबूर हैं. बिजली गुल रहने के कारण अनुमंडल के बिजली आधारित उद्योग-धंधे बंद हैं. व्यावसायी अपनी दुकान शाम होते ही बंद कर देते हैं. वहीं गृहणियों को घरेलू कार्य करने में परेशानी हो रही है. बिजली ना रहने की वजह से शाम होते ही सिमरी बख्तियारपुर और कोपड़िया रेलवे स्टेशन पर अंधेरा छा जाता है. इस कारण यात्रियों को असमाजिक तत्वों का डर बना रहता है.
स्थिति इस कदर बुरी है कि लोगों के इन्वर्टर तक भी चार्ज नहीं हो रहे हैं. बिजली उपभोक्ता गोपाल केशरी, अमरजीत केशरी, हसनैन मोहसिन, अबु ओसामा, पंकज, रवि, शिवम, कुंदन कुमार, मो इरसाद आदि बताते हैं कि बीते कई दिनों से गरमी ने लोगों को झुलसाना शुरू कर दिया है. वहीं शहरी व ग्रामीण इलाकों से करोड़ों का राजस्व प्राप्त करने के बावजूद दिन व रात में कई बार बिजली गुल हो रही है. इस वजह से इस चिलचिलाती गरमी में जीना दूभर हो गया है. ग्रामीण क्षेत्रों का हाल भी बहुत ज्यादा खराब है. सिमरी व सलखुआ प्रखंड के कई गांवों में लो वोल्टेज व बार-बार बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान हैं.
वहीं इस संबंध में बिजली आपूर्ति अवर प्रमंडल सिमरी बख्तियारपुर के सहायक बिजली अभियंता आलोक कुमार रंजन ने बताया कि पटना से ही काफी कम मात्रा में बिजली आपूर्ति हो रही है. इस कारण परेशानी आ रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व में सिमरी बख्तियारपुर को पंद्रह से सोलह मेगावाट बिजली आपूर्ति की जाती थी. लेकिन वर्तमान में मात्र चार मेगावाट से ही चलाना पड़ रहा है. ऊपर से मेगावाट की आपूर्ति बढ़ने के साथ ही आम जनता की समस्या दूर हो सकती है.