हल्की बारिश से शहर हुआ पानी-पानी

जलजमाव की चिंता में डूबने लगे शहरवासी सहरसा : शहर में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए बरसात से पूर्व ही शहरवासी भयभीत होने लगे हैं. शनिवार की देर रात्रि व रविवार की सुबह हुई बारिश से शहर के कई सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बन गयी है. वार्डों के अधिकांश सड़कों पर पानी जमा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2017 3:30 AM

जलजमाव की चिंता में डूबने लगे शहरवासी

सहरसा : शहर में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए बरसात से पूर्व ही शहरवासी भयभीत होने लगे हैं. शनिवार की देर रात्रि व रविवार की सुबह हुई बारिश से शहर के कई सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बन गयी है. वार्डों के अधिकांश सड़कों पर पानी जमा हो गया है. लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. रविवार को सहरसा बस्ती स्थित मदरसा का निरीक्षण करने पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉ अब्दुल गफूर व अन्य नेताओं को भी जलजमाव का सामना करना पड़ा.
बस्ती की मुख्य सड़क से अंदर जाने वाली सड़क पर बारिश के कारण जलजमाव था. मंत्री व उनके सहयोगी किसी तरह बच-बचा कर मदरसे तक पहुंचे. बरसात आने में देर है लेकिन अभी से ही लोग सड़कों की स्थिति देख भयभीत हैं. शहर की मुख्य सड़क चलने लायक तक नहीं बची है. पंचवटी चौक के निकट मुख्य सड़क टूट चुकी है व इस पर जलजमाव से दुर्घटनाएं भी हो रही है. यही हालत शहर की सभी मुख्य सड़कों की है. हटियागाछी, पूरब बाजार, प्रताप चौक, चांदनी चौक, गांधी पथ, बनगांव रोड, कोशी प्रोजेक्ट रोड, सराही रोड आदि पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. मालूम हो कि शहर में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए वुडको की टीम ने जल निकासी के लिए 56 करोड़ की राशि से बड़े नाले के निर्माण के लिए स्वीकृति दी थी.
लेकिन इस स्वीकृति के बाद अभी तक धरातल पर कार्य शुरू नहीं हो सका है. पिछले वर्ष शहर में जलजमाव को लेकर त्राहिमाम की स्थिति बन गयी थी. हजारों घरों में घुटने तक पानी प्रवेश कर गया था. अधिकांश वार्ड जलमग्न हो गये थे. मुख्य सचिव तक ने शहरी क्षेत्र का जायजा लिया था. डीएम व तत्कालीन एसडीओ की तत्परता से बड़े मशीन लगाकर शहर से जल निकासी की गयी थी व जानमाल की रक्षा की थी. पुन: ऐसी स्थिति बनने के आसार अभी से ही दिख रहे हैं.

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