थोड़ी सी बारिश से पूरे शहर में होता है जलजमाव, ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल

थोड़ी सी बारिश से पूरे शहर में होता है जलजमाव, ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2024 9:26 PM

छोटी नालियों का कनेक्टिविटी नहीं रहने से सड़कों पर बहता है गंदा पानी प्रतिनिधि, सहरसा शहर में ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने की मांग शहरवासियों द्वारा वर्षों से की जा रही है. लेकिन नगर निगम द्वारा इसके लिए कोई कवायद नहीं की जा रही है. बारिश में लोग जल-जमाव से परेशान रहते हैं. बुडको द्वारा शहर में आधा अधूरा नाला बनाकर छोड़ दिया गया है. बड़ा नाला तो शहर के एक हिस्से में बना दिया गया है. लेकिन उसका पानी कहां गिरेगा इस पर आज तक जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिसके कारण बड़े नाले में जमा पानी नाले में ही जमा होकर सरांध पैदा करता है. शहर में जरा सी बारिश होती है तो पूरे शहर में जल-जमाव हो जाता है. जबकि मानसून अभी आया नहीं है. मानसून के दस्तक से ही शहर वासियों का कलेजा हिल जाता है. थोडी सी बारिश में अभी जब यह हाल है तो मानसून के सीजन में क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. ड्रेनेज सिस्टम में सुधार नहीं किया गया तो शहर वासियों को इस मौनसून भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से फेल है. कहीं पर ऐसा नहीं है कि जहां से बारिश का जमा पानी आसानी से निकल सके. लोगों का कहना है कि शहर में जल जमाव लोगों के लिए मुसीबत के साथ-साथ बीमारी का बहुत बड़ा घर है. लेकिन नगर निगम व जनप्रतिनिधियों द्वारा लोगों की समस्याओं को दरकिनार करते कोई कदम नहीं उठाया जाता है. छोटे नालियों का नहीं है कनेक्टिविटी नगर निगम द्वारा गली मोहल्ले में छोटा नाली तो बना दिया गया है. लेकिन इसकी कनेक्टिविटी बड़े नालों के साथ नहीं की गयी है. नाला बनाकर मोहल्ले के दूसरे छोड़ पर खुला छोड़ दिया गया है. जिसके कारण लोगों के घरों का पानी ओवरफ्लो होकर गली-मोहल्ले में बहता रहता है. शहर के कई मोहल्ले में नगर निगम द्वारा राशि के बंदरबांट करने के लिए बिना किसी प्लानिंग का नाला बना दिया गया है. जो लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है. सड़क से ऊंचा बना दिया गया है नाला बरसात का मौसम तो दूर यहां बैसाख के महीने में भी लोग जलजमाव से परेशान रहते हैं. कई मोहल्लों की गलियां नाली के पानी से पटा रहता है. नालियों के सड़ांध पानी से मोहल्ले का माहौल बदबूदार रहता है. मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है. बारिश में घुटने भर नालियों के पानी से होकर लोग आवाजाही करते हैं. गली हो या मुख्य सड़क संवेदक द्वारा सड़क से नाले को ऊंचा बना दिया गया है. सड़क से ऊंचा नाला बनाने से सड़क का पानी कैसे नाला में जायेगा. यह समस्या भी गंभीर है. जिसके कारण जरा सा बारिश होने पर शहर पानी पानी हो जाता है. शहर की शोभा बढ़ा रहा है संप हाउस शहर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए बुडको द्वारा दो संप हाउस का निर्माण किया गया है. जो वर्षों से बनकर शहर की शोभा बढ़ा रहा है. संप हाउस नाले का गंदा पानी फिल्टर कर नदियों में गिरने की योजना थी. लेकिन जब संप हाउस तक बड़े नाले का पानी ही नहीं पहुंच रहा है तो फिर संप हाउस किस पानी को फिल्टर करेगा. संप हाउस से फिल्टर होकर निकलने वाले पानी को नदियों में गिराने की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है. शहर में नाले के पानी को फिल्टर करने के लिए दो संप हाउस का निर्माण पॉलिटेक्निक ढाला व कमिश्नरी कार्यालय के पीछे किया गया है. बारिश में जलजमाव होने पर नगर निगम को कई जगहों पर मोटर लगाकर पानी निकासी करना पड़ता है. लेकिन आज तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है.

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