रास्ते में बांध दी थी रस्सी, बाइक समेत गिर कर चोटिल हुए मरीज के परिजन
सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर अस्पताल आने वाले मरीज और उनके परिजनों ने रविवार की देर रात जमकर हंगामा किया
प्रतिनिधि, सहरसा. सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर अस्पताल आने वाले मरीज और उनके परिजनों ने रविवार की देर रात जमकर हंगामा किया, लेकिन हंगामा कुछ देर बाद शांत भी हो गया. मरीज के परिजन ने हंगामा जान बूझकर नहीं सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर किया. जिससे किसी की भी जान जा सकती थी. मामला रविवार की देर रात का है. जहां कहरा प्रखंड क्षेत्र के मुरली बसंतपुर वार्ड नंबर 14 निवासी गोपाल सिंह बाइक से सदर अस्पताल परिसर स्थित मॉडल अस्पताल में बीते पांच दिनों से भर्ती अपने मरीज से मिलने जा रहे थे. लेकिन मॉडल अस्पताल के बगल में बने पार्क के चारों ओर तार के जाल से की जा रही घेराबंदी को लेकर अस्पताल प्रशासन के आदेश पर पार्क के बगल वाली सड़क के आधे हिस्से पर रस्सी लगाकर सड़क को बंद कर दिया गया था. अंधेरा रहने के कारण गोपाल की नजर रस्सी पर नहीं पड़ी. जैसे ही वह रस्सी के समीप पहुंचे और अचानक से रस्सी को देखकर जब तक रुकते तब तक वहां लगी रस्सी उनके गले में फंस गयी. जिससे उनका बैलेंस बिगड़ गया और वे बाइक सहित सड़क पर गिर गये. जिससे वह बुरी तरह से चोटिल हो गये. वहीं अस्पताल के मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने बाइक सवार को गिरता देख तेजी से भागकर वहां पहुंचा और जख्मी गोपाल को उठाकर अंदर इमरजेंसी में भर्ती कराया. जहां उनकी मरहम पट्टी की गयी. इस दौरान जख्मी के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. उसके बाद कर्मियों ने सड़क पर बंधी उस रस्सी को पूरी तरह से हटा दिया. वहीं आसपास के लोगों के समझाने पर हंगामा कर रहे सभी तुरंत शांत भी हो गये. जख्मी ने बताया कि बीते पांच दिनों से उनके बहनोई की मां मॉडल अस्पताल में इलाजरत है. जिसकी देखरेख के लिए वह लगातार बाइक से आते जाते रहते हैं. लेकिन जहां बंद सड़क पर बंधे रस्सी से वह दुर्घटनाग्रस्त हुए, वहां रविवार की सुबह तक कोई रस्सी बंधी या सड़क बंद नहीं किया गया था. वहीं रात में अचानक से रस्सी बांधकर सड़क को बंद कर दिया गया. जो अंधेरे के कारण दिखाई भी नहीं दे रहा था. साथ ही वहां अवरुद्ध के लिए किसी तरह का कोई निशान या लाल कपड़ा भी नहीं बांधा गया था. जिसके कारण वह दुर्घटना के शिकार हो गये. इस तरह का कार्य अस्पताल प्रशासन के लापरवाही को दर्शाता है. इस तरह के कार्य से रात को अस्पताल आने वाले कई लोग चोटिल हो सकते थे. मामले को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसपी विश्वास ने बताया कि बाइक सवार के गिरकर चोटिल होने की सूचना मिली थी. सूचना के तुरंत बाद सड़क से रस्सी को खोलकर हटवाया गया. रस्सी किसने बांधा, जांच करवाते उस पर कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है