नगर निगम क्षेत्र में कुल 67 छठ घाट हैं चिन्हित, किसी में नहीं हुआ सफाई कार्य शुरू

अब तक छठ घाटों की सफाई नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2024 6:10 PM

लोगों में फैल रहा असंतोषजल्द छठ घाटों पर दिखने लगेगी सफाईः नगर आयुक्त सहरसा दूर्गा पूजा के समाप्त होते ही लोग दीपावली एवं आस्था का महापर्व छठ की तैयारी में जुट जाते हैं. छठ महापर्व श्रद्धालु अपने घरों के निकट बने तालाब, पोखर, झील एवं नदियों के किनारे संपन्न करते हैं. जहां स्वच्छता का सबसे बडा महत्व होता है. इसके लिए दुर्गा पूजा संपन्न होते ही छठ घाटों की सफाई शुरू हो जाती है. अब जबकि जिला मुख्यालय शहर नगर परिषद से नगर निगम बन गया है. ऐसे में क्षेत्र वृद्धि होने से तालाबों की संख्या में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई है. पहले जहां नगर परिषद क्षेत्र में छठ घाट के लिए 40 पोखर को चिन्हित किया गया था. उसकी संख्या अब बढ़कर 67 हो गयी है. ऐसे में अभी से ही छठ घाटों की सफाई होने से समय पर सभी छठ घाट स्वच्छ हो सकते हैं. हालांकि नगर निगम आयुक्त मुमुक्षु चौधरी ने पिछले सोमवार को छठ घाटों का निरीक्षण किया था. लेकिन अब तक छठ घाटों की सफाई नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं. नगर निगम को छठ घाटों पर सफाई अभियान सहित व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के सुरक्षा के तहत कार्य करने की जरूरत है. जिससे श्रद्धालु छठ पूजा सौहार्दपूर्ण वातावरण में मना सके. नगर निगम क्षेत्र में नये जुटे नंदलाली एवं सुखासन में लगभग दस से अधिक पोखर हैं. जहां सफाई सहित सुरक्षा के इंतजाम की जरूरत है. इन पोखरों में गंदगी का अंबार लगा है. जलकुंभी एवं कचरे चारों ओर फैले हैं. जहां सफाई अभियान चलाने की जरूरत है. स्थानीय लोग नगर निगम की ओर टकटकी लगाये हैं कि कब इस पोखर की सफाई नगर निगम करेगा. जिससे लोग स्वच्छ वातावरण में महापर्व संपन्न कर सकेंगे. पूर्व में ग्रामीण क्षेत्र रहने का कारण पोखर की स्थिति भी ठीक नहीं है. यहां घाट तक बनाने की जरूरत पडेगी. महापर्व निकट आता जा रहा है. पोखर व तालाबों में गंदगी के साथ मूर्ति विसर्जन के कारण अवशेष पडे हैं. अभी से ही छठ पर्व कैसे होगा को लेकर लोगों में संशय है. यह आस्था का महापर्व नदी, पोखरों में ही मनाया जाता है. जहां सभी इकट्ठा हो डूबते एवं उगते सूरज को अर्घ्य देकर अपने परिवार के सलामती की प्रार्थना भगवान भास्कर से व्रतियों द्वारा किया जाता है. खासकर यह आस्था का महापर्व राज्य के लोगों के लिए अन्य सभी पर्वों से सदियों से अति महत्वपूर्ण रहा है. राज्य से बाहर कमाने खाने वाले भी इस अवसर पर अपने घर अवश्य पहुंचते हैं एवं सपरिवार पर्व में शामिल होते हैं. जबकि अधिकांश पोखर आज भी बदहाल हैं. जहां सफाई की सख्त जरूरत है. यह सफाई कार्य नगर निगम के लिए चुनौती से कम नहीं है. पूर्व में दुर्गा पूजा संपन्न होते ही नगर निगम कर्मियों द्वारा छठ घाटों की सफाई के लिए अभियान शुरू कर दिया जाता था. अधिकारियों द्वारा घाटों का जायजा लेने का कार्य प्रारंभ होने से समय पर छठ घाट तैयार हो जाते थे. लेकिन इस वर्ष इस कार्य के प्रति सुस्ती दिख रही है. इससे लोगों में परेशानी झलक रही है. इन पोखरों पर श्रद्धालुओं की होती है भीड़ शहरी क्षेत्र में 34 पोखरों पर छठ घाट का वृहद आयोजन होता है. शहर की अधिकांश भीड़ इन छठ घाटों पर पहुंचती है. जबकि इनके अलावे छोटे पोखरों एवं घरों में भी लोग पर्व का आयोजन करते हैं. शहरी क्षेत्र स्थित सत पोखरिया जहां चार छोटे बडे पोखरों में वृहद आयोजन होता है. वहीं इनके अलावे नंदन सिंह पोखर, मसोमात पोखर, जयसवाल पोखर, आरएम कॉलेज पोखर, पीजी सेंटर पोखर, डुमरैल पोखर होम्योपैथिक कॉलेज, सहरसा बस्ती पोखर, कहरा कुटी पोखर, नाथ बाबा पोखर, बेहलवा पोखर कायस्थ टोला, कोरलाही पोखर, मानस मंदिर पोखर, पंचवटी चौक पोखर, रुपनगर पोखर, शंकर चौक पोखर, फूल सिंह पोखर, पासवान टोला बजरंगबली पोखर, सराही पोखर, मत्स्यगंधा झील, बेंगहा पोखर, झपडा टोला पोखर, भेडधरी पोखर, डुमरैल यादव चौक पोखर, छठ मंदिर घाट, राय टोला पोखर, बेंगहा बैजनाथ चौधरी के घर के पास पोखर, राम टोला पोखर, शिव मंदिर सुबेदारी पोखर, रूपनगरा पोखर में वृहद छठ का आयोजन होता है. कहते हैं नगर आयुक्त नगर आयुक्त मुमुक्षु चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र के सभी छठ घाटों पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए अभी से ही छठ घाटों की सफाई की शुरुआत की जा रही है. छठ घाटों पर एवं सड़कों पर लाइट ठीक कराने एवं लगाने का कार्य छठ पर्व के पूर्व पूरा कराया जायेगा. जिससे छठ घाटों पर आने-जाने में श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई नहीं हो. साथ ही सभी निगम क्षेत्र के पोखरों का सफाई विशेष तौर पर किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इसको लेकर टीम गठित की गयी है. अलग-अलग वार्डों में निगम की टीम बनायी गयी है. जिसकी देखरेख में छठ घाटों की पूरी सफाई की जायेगी. कहीं किसी प्रकार की कमी ना रहे एवं अफरातफरी का माहौल नहीं बने, इसे देखते हुए अभी से ही छठ घाटों की सफाई शुरू की जा रही है. जल्द ही पोखरों की सफाई दिखने लगेगी.

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