सहरसा : जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक डीएम कौशल कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में शुक्रवार को हुई. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए आवश्यक है कि यातायात के नियमों के विषय में लोगों को जागरूक किया जाये. परिवहन, सड़क, पुलिस, परिवहन एसोसिएशन सभी संबंधित स्टेक होल्डर्स की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है एवं आपसी समन्वय से लोगों में जागरूकता लाते हुए ही हम सड़क दुर्घटनाओं को कम से कम कर सकते हैं. जिले में विगत दिनों इस दिशा में अच्छी पहल हुई है जिसके कारण सड़क दुर्घटना में काफी कमी आयी है. उन्होंने कहा कि परिवहन, बस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से कहा कि लोग बसों की छत पर न बैठें. इसके लिए सख्ती से इसका अनुपालन करते हुए लोगों को इस संबंध में जागरूक करें. इसके कारण दुर्घटना होने की अधिक संभावनाएं रहती है. उन्होंने सड़क दुर्घटना में प्रभावित व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने के क्रम में वाहन में हुए व्यय की प्रतिपूर्ति के प्रावधान की जानकारी देते कहा कि कोई भी व्यक्ति सड़क दुर्घटना में प्रभावित व्यक्ति को अस्पताल तक ससमय पहुंचाते हैं तो उन्हें वाहन में हुए व्यय का भुगतान किया जाएगा. उन्हें गुड सेमेटेरियन के रूप में सम्मानित करते एवार्ड भी प्रदान किया जायेगा.
वहीं जानकारी देते हुए कहा कि नगर क्षेत्र में बस स्टेंड निर्माण की दिशा में आ रही समस्याओं का निराकरण किया गया है. बुडको के द्वारा शीघ्र इस दिशा में कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधीक्षक के पहल पर सर्वसम्मति से समिति में सहरसा मुख्यालय में यातायात थाना स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया. नये हेवी मोटर बाइकिल का लाइसेंस के संदर्भ में अप्रशिक्षित वाहन चालकों को औरंगाबाद में स्थापित प्रशिक्षण संस्थान में निःशुल्क प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कोविड 19 के समय वाहन कोषांग द्वारा बेहतर कार्य निष्पादन के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी एवं एमभीआइ की सराहना की. बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर शंभूनाथ झा, सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ठाकुर, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद प्रभात रंजन, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, यातायात निरीक्षक, ट्रांसपोर्ट, बस, ई-रिक्शा एसोसिएशन के प्रतिनिधि सहित अन्य मौजूद थे.