अधिवक्ता को नहीं लगी है गोली, मारपीट के हैं निशान
अधिवक्ता को नहीं लगी है गोली, मारपीट के हैं निशान
चिकित्सक की जांच में हुआ खुलासा, शुक्रवार की शाम अधिवक्ता के साथ की गयी थी मारपीट, परिजन व पुलिस दोनों ने गाेली लगने की बतायी थी बात सहरसा. सदर थाना क्षेत्र के भेलवा में शुक्रवार की शाम पूर्व की विवाद में न्यायालय में चल रहे केस उठाने को लेकर अधिवक्ता लीलाधर शर्मा को गोली मारने का मामला सामने आया था. जिसमें घायल को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे घटना के प्रत्यक्षदर्शी सुभाष चंद्र शर्मा, घायल के परिजन सहित सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचे सदर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह ने अपने बयान में अधिवक्ता को पांच गोली लगने की बात कही थी. जबकि पुलिस ने भी परिजन के कहने के अनुसार ही अपना बयान दिया था. लेकिन घायल अधिवक्ता की पूरी जांच के बाद मामला यह स्पष्ट हुआ कि अधिवक्ता के शरीर में एक भी गोली लगने का कोई साक्ष्य सामने नहीं आया. वहीं बेहतर इलाज के लिए परिजन घायल को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे. जहां डॉ रंजेश कुमार ने कई तरह की जांच के बाद एक भी गोली लगने की पुष्टि नहीं की. डॉक्टर ने कहा कि घायल के साथ काफी गंभीर रूप से मारपीट की गयी है. पैर की हड्डी तक टूटी हुई है, लेकिन गोली का कहीं कोई निशान नहीं है. घटना के बाद गोली लगने की बात आयी थी सामने सदर थाना क्षेत्र के भेलवा निवासी अधिवक्ता लीलाधर शर्मा शुक्रवार की शाम व्यवहार न्यायालय से अपना कार्य संपन्न कर अपने घर जा रहे थे. जहां भेलवा स्कूल चौक के निकट पूर्व से घात लगाये अपराधियों द्वारा अधिवक्ता को रोककर गाली गलौज करते गोली मारने की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसमें कहा गया था कि अधिवक्ता के पैर एवं हाथ में गोली मारकर अपराधी फरार हो गया. वहीं सर पर तलवार से वार किए जाने की बात कही गयी थी. जबकि मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि न्यायालय कार्य संपन्न कर अधिवक्ता लीलाधर शर्मा के साथ वह भी अपने घर लौट रहे थे. इस दौरान भेलवा स्कूल चौक के निकट अभिमन्यु कुमार, शिवम कुमार, कलू यादव, मिथिलेश कुमार, शिवम कुमार सहित 15 से 20 अज्ञात घेरकर पहले वाला केस उठाने के लिए गाली गलौज करने लगे. इस दौरान अधिवक्ता श्री शर्मा ने केस कोर्ट में लडने की बात कही. जिसके बाद लाठी डांटे से भरपुर पिटाई की. उसके बाद दोनों पैरों में गोली मार दी. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया तो उन पर भी यह लोग दौडे. लेकिन जान बचाकर वह स्थानीय लोगों को चिल्ला कर बुलाया. लोगों को जुटता देख अपराधी भाग खड़े हुए. इसके बाद अधिवक्ता श्री शर्मा को उठाकर सदर अस्पताल लाया गया. जहां इलाज के क्रम में पुलिस भी पहुंच गयी. पुलिस के पूछने पर भी प्रत्यक्षदर्शी ने अपराधियों द्वारा अधिवक्ता को गोली मारने की बात कही. वहीं दूसरे प्रत्यक्षदर्शी बृजमोहन विश्वकर्मा ने भी कहा था कि घटना के दौरान वे भी घटनास्थल पर मौजूद थे. 25 से 30 लोगों ने केस उठाने को लेकर अधिवक्ता लीलाधर शर्मा से गाली गलौज एवं लाठी डांटे से मारपीट कर दोनों पैरों में गोली मार दिया. इसके बाद हो हल्ला होने पर स्थानीय लोग जुटे. जिसे देख अपराधी फरार हो गए. घायल अधिवक्ता को सदर अस्पताल लाया गया. वही इस मामले को लेकर सदर थानाध्यक्ष श्री राम सिंह ने भी प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार गोली लगने की बात कही थी.
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