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अगले महीना तक लिनन रूम के लिए जमा नहीं की अग्रिम राशि तो होगा कॉन्ट्रैक्ट रद्द

अगले महीना तक लिनन रूम के लिए जमा नहीं की अग्रिम राशि तो होगा कॉन्ट्रैक्ट रद्द

By Prabhat Khabar News Desk | May 20, 2024 8:38 PM

रेलवे का अल्टीमेटम,दो बार लिनन रूम का फेल टेंडर तीसरी बार मिला था पंजाब को

रेलवे ने बहाल एजेंसी से पूछा स्पष्टीकरण, मार्च से ही होना था लिनन रूम चालू

पीपीपी के तहत फिर से हो सकता है टेंडर जारी

सहरसा.अगर अगले महीने तक सहरसा जंक्शन पर तैयार लिनन रूम के लिए एजेंसी रेलवे को अग्रिम राशि जमा नहीं करेगी तो उसका कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया जायेगा. इस सप्ताह रेलवे जल्द ही इसके लिए एजेंसी को नोटिफिकेशन जारी कर अल्टीमेटम देगी. रेल के विभागीय सूत्रों की माने तो पंजाब की एजेंसी को सहरसा जंक्शन पर लिनन रूम का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. बीते 4 महीने से बहाल एजेंसी अग्रिम राशि रेलवे को जमा नहीं कर पा रही है. रेलवे के बार-बार दिए गये नोटिस के बावजूद भी एजेंसी को जवाब नहीं दे रही है. ऐसे में संबंधित विभाग ने एजेंसी से पिछले सप्ताह स्पष्टीकरण मांगा है. यहां बता दें कि दो बार से सहरसा में लिनन रूम का फेल टेंडर आखिरकार जनवरी 2024 में पंजाब के एक निजी एजेंसी को मिला था. लेकिन एजेंसी को बहाल हुए 4 महीना से अधिक का समय बीत गया. अब तक अग्रिम राशि जमा नहीं की गयी. जबकि रेलवे के संबंधित विभाग में बार-बार इस संदर्भ में एजेंसी को सूचना भी देते रही है. वहीं इसे लेकर कई बार एजेंसी को समस्तीपुर डिविजन भी बुलाया गया था. डिवीजन के अधिकारियों की मानें तो बीते मार्च महीने से ही सहरसा जंक्शन पर तैयार लिनन रूम चालू हो जाना था. लेकिन एजेंसी द्वारा अग्रिम राशि जमा नहीं करने पर अब तक यह चालू नहीं हो सका है. बता दें कि ट्रेनों में यात्रियों की इस्तेमाल की जाने वाली बेडरोल को प्लेटफार्म पर नहीं फेंका जाये. सहरसा जंक्शन पर ट्रेनों से उतरने वाली बेडरोल को सहरसा के पास ही मेहनार में स्थित लॉन्ड्री में वॉशिंग के लिए भेजा जाता है. लेकिन सहरसा जंक्शन पर इसे अस्थायी रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने की वजह से प्लेटफार्म पर ही छोड़ दिया जाता है. ऐसी बात नहीं कि बेड रोल रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. सहरसा जंक्शन प्लेटफार्म नंबर तीन पर 22 महीना पहले ही रेल विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर बेडरोल रखने के लिए लिनन रूम तैयार किया था. लेकिन इसका उद्घाटन अब तक विभागीय पेच में फंस कर रह गया है.

दो बार हुआ था टेंडर जारी

लिनन रूम चालू करने के लिए संबंधित विभाग को कई अड़चनों का सामना करना पड़ा है. सब कुछ ठीक होने के बाद दो बार इसे चालू करने के लिए रेलवे ने टेंडर जारी किया था. लेकिन किसी कारण टेंडर को रद्द करना पड़ा. अब तीसरी बार जब टेंडर जारी किया गया तो पंजाब के एक एजेंसी ने इसकी जिम्मेदारी ली. लेकिनर यह भी फेल साबित हो रही है.

विभाग भी लगाए हुए है टकटकी

संबंधित विभाग भी इसे चालू करने के लिए हेड क्वार्टर के डायग्राम का इंतजार कर रहा है. संबंधित विभागों का कहना है कि जैसे ही कोई दिशा निर्देश मिलेगा, जल्दी से चालू किया जायेगा.

प्लेटफार्म कनेक्टिविटी भी रह चुका है अड़चन

अधिकांश ट्रेन वैशाली एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो और एक से रवाना होती है. प्लेटफार्म नंबर तीन पर रूम तैयार है. पहले प्लेटफार्म कनेक्टिविटी का बहाना था. अब प्लेटफार्म कनेक्टिविटी भी मिल चुकी है. प्लेटफॉर्म कनेक्टिविटी 9 महीना पहले ही मिल चुका है. प्लेटफार्म कनेक्टिविटी की वजह से भी शुरू में टेंडर जारी नहीं किया गया था.

क्या मिलेगी सुविधा

लिनन रूम चालू होने से यात्रियों के लिए ट्रेनों के एसी कोच में इस्तेमाल की जाने वाली बेडरोल को रखने की वैकल्पिक व्यवस्था मिल जायेगी. ट्रेन से उतरते ही गिनती कर बेडरोल को लिनन रूम लाया जायेगा. इसके बाद वॉशिंग के लिए सहरसा लॉन्ड्री में भेजा जायेगा. वहीं सहरसा लॉन्ड्री से पैकिंग कर बेडरोल जब तक ट्रेन नहीं आयेगी, रूम में सुरक्षित रखा जायेगा. प्लेटफार्म पर रखने की कोई गुंजाइश नहीं होगी. सुरक्षित और साफ तरीके से बेडरोल लिनन रूम में रहेगा.

किन ट्रेनों में है आपूर्ति

बेडरोल की आपूर्ति सहरसा जंक्शन से खुलने वाली कई ट्रेनों में है. इसमें वैशाली एक्सप्रेस, जनहित एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, राजरानी एक्सप्रेस, पुरबिया एक्सप्रेस, हाटे बाजार एक्सप्रेस के अलावा सहरसा-बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस शामिल है.

पीपीपी के तहत हो सकती है भागीदारी

रेल के संबंधित विभाग के अधिकारियों की माने तो अगर बहाल एजेंसी अग्रिम राशि देने में अब देरी करती है तो उसका कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया जायेगा. वहीं रेलवे अब इस पर विचार कर रही है कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत इसका फिर से टेंडर जारी कर सकती है.

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