बुनियाद केंद्र के गार्ड का शव रखकर भौरा गांव के समीप सड़क किया गया था जाम पुनपुन यादव की पत्नी, मां, पिता व भाई बने नामजद आरोपी प्रतिनिधि, सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र स्थित बुनियाद केंद्र के नाइट गार्ड सचिन कुमार की हत्या मामले में शुक्रवार को नगर परिषद क्षेत्र के सहरसा बायपास सड़क मार्ग को भौंरा चौक के समीप ग्रामीणों द्वारा 4 घंटा सड़क जाम करने मामले में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने 37 नामजद सहित 55 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है. दर्ज प्राथमिकी में थानाध्यक्ष ने कहा कि आत्महत्या किये सचिन कुमार के शव को भौरा चौक के समीप बीच सड़क पर रखकर कुछ ग्रामीणों द्वारा सड़क मार्ग जामकर यातायात बाधित कर आगजनी कर रहे हैं. जब वह थाना के पदाधिकारी और पुलिस बलों के साथ वहां पहुंचे तो देखा कि बहुत सारे लोग महिला-पुरूष सडक पर बांस व ट्रैक्टर लगाकर आगजनी किए हुए हैं और रास्ता को अवरुद्ध किये हुए हैं. मेरे द्वारा ग्रामीणों के पास जाकर सड़क जाम करने का कारण पूछा तो उसमें से एक व्यक्ति सामने आया और बोला कि मृतक को अविलंब पांच लाख रुपए मुआवजा और एक सरकारी नौकरी तय होने पर रोड जाम छूटेगा. उनके द्वारा ग्रामीणों को काफी समझाया गया, बावजूद उसकी जाति का उपहास उड़ाते हुए बोला गया कि जब तक वरीय पदाधिकारी नहीं आयेगें, तब तक इस थानेदार से कोई बातचीत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि शव को सड़क पर रखकर जाम कर आगजनी करने में मुख्य रूप में पुनपुन यादव व मसुदन यादव हैं और यही लोग अपने समर्थको के साथ व अपने परिवार के महिला-पुरुष के सदस्यों के साथ प्रशासन के खिलाफ एक षडयंत्र रचकर सड़क जाम करके नारेबाजी कर रहे हैं. महाल के चौकीदार द्वारा बताये गये पुनपुन यादव, पप्पू कुमार दोनों पिता नाथो यादव, नाथो यादव पिता स्व पुलो यादव, सुब्बी कुमारी पति पुनपुन यादव, रौशन रजक, गीता देवी, सुरेंद्र दास, सदानंद दास, गंगा दास सहित 37 लोगों को नामजद और 50 – 55 अज्ञात लोगों के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत सड़क जाम कर आगजनी करते हुए यातायात बाधित कर सरकारी काम में बाधा उत्पन्न किया गया. सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है