सहरसा . बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ राज्य कमेटी के निर्णय के आलोक में शनिवार को कहरा प्रखंड शाखा ने सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला स्वास्थ्य समिति के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. साथ ही शिष्टमंडल ने 13 सूत्री मांगपत्र सिविल सर्जन को सौंपा. प्रदर्शन के बाद आयोजित सभा की अध्यक्षता पिंकी कुमारी ने की. संघ प्रखंड मंत्री ज्योति रानी ने सरकार पर आशा व आशा फैसिलिटेटर पर अत्यधिक कार्य बोझ लड़कर दमन करने का आरोप लगाते कहा कि तकनीकी रूप से अप्रशिक्षित आठवीं पास आशा कार्यकर्ताओं द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने एवं पारिवारिक सर्वे कर उसे भाव्या पोर्टल पर अपलोड करने का आदेश दमन करने की कार्रवाई जैसी है. गाइडलाइन के अनुसार जो कार्य आवंटित है उसके अतिरिक्त भी कई सामाजिक कार्यक्रमों में बिना प्रोत्साहन राशि के कार्य कराया जाता है. जिसे आशा संपादित करती है. लेकिन आयुष्मान कार्ड बनाने एवं भाव्या पोर्टल पर अपलोड करने जैसे तकनीकी कार्य करने में वह सक्षम नहीं है. ऐसे में इस कार्य का संपादन डाटा ऑपरेटर, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी द्वारा कराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आशा एवं आशा फैसिलिटेटर के पिछले हड़ताल के दौरान किए गए समझौते अनुसार राज्य निधि से एक हजार रूपये के बजाय 2500 रुपए की राशि से पारितोषिक शब्द को मानदेय में बदल करने कु मिंग की. उन्होंने कहा कि अविलंब किए गए समझे तो को लागू नहीं किया गया तो आयुष्मान कार्ड बनाने व भाव्या पोर्टल पर अपलोड करने जैसी तुगलकी फरमान को वापस नहीं लिया गया तो बाध्य होकर बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ अपने बैनर तले राज्य स्तरीय प्रदर्शन करेगा एवं पुनः अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए बाध्य होगा. मौके पर रानी देवी, आकांक्षा दीक्षित, कुमारी अनिता, मीरा देवी, रीता देवी, पूनम देवी, पिंकी देवी, सिंधु कुमारी, ममता देवी, प्रीति देवी, अंजनी कुमारी, रेखा देवी, सरिता देवी सहित अन्य सभा को संबोधित किया.
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