बिहार लघु उद्यमी योजना से जिले से 990 लोग हुए लाभान्वित सहरसा . राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सशक्त बनाने को लेकर बिहार सरकार ने बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरूआत वर्ष 2024 में की थी. इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दो लाख की सहायता राशि उद्योग लगाने के लिए उद्योग विभाग से दिया जाता है. जिसमें आटा निर्माण इकाई, सत्तू-बेसन इकाई, मसाला निर्माण, तेल, नमकीन निर्माण, जैम, जेली, नूडल्स, पापड़ निर्माण, मिठाई सहित 64 परियोजना है. वर्ष 2024 में योजना का लाभ लेने को लेकर मुख्यालय स्तर पर आवेदन आमंत्रित किया गया था. जहां बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत जिले से 990 लोगों का चयन हुआ. जिला उद्योग केंद्र द्वारा तीन दिवसीस प्रशिक्षण पिछले अगस्त से दिसंबर तक दिया गया था. प्रशिक्षण के बाद सर्टिफिकेट दिया गया. इसके पूर्व उन्हें सरकार के स्तर से प्रथम किस्त की राशि 50 हजार उनके बैंक खाते में भेजी जा चुकी है. अब उन्हें प्रथम किस्त की राशि का मशीनरी क्रय कर उपयोगिता प्रमाण-पत्र पोर्टल पर अपलोड करना है. जो 15 जनवरी तक खुला रहेगा. उपयोगिता जमा नहीं करने पर लाभुकों को परेशानी होगी. समयावधि में यथाशीघ्र अपलोड कराने को निदेशित किया गया है. महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र मुकेश कुमार ने बताया कि जिले में बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत कुल 990 लाभुकों का चयन किया गया था. जिसमें 560 लाभुकों ने उपयोगिता पोर्टल पर प्रमाण पत्र अपलोड कर दिया है. लगभग 340 लाभुकों द्वारा अबतक अपनी उपयोगिता प्रमाण-पत्र पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है. जिन्हें 15 जनवरी तक जमा करने को लेकर दिशा निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार लघु उद्यमी योजना के लाभार्थियों को पहली किस्त 50 हजार, उपयोगिता प्रमाण-पत्र अपलोड करने के बाद दूसरी किस्त एक लाख व तीसरी किस्त 50 हजार मिलेगा. यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए चलाई जा रही है. सरकार का प्रयास है कि इस योजना से जुड़कर लोग उद्योग कर आत्मनिर्भर बन सके. उद्योग विभाग से करें संपर्क महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र मुकेश कुमार ने बताया कि उद्योग विभाग द्वारा कई योजनाएं संचालित हो रही है. इन योजनाओं से जुड़कर लोग लाभान्वित भी हो रहे हैं. वर्तमान में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना संचालित है. इन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जिला उद्योग केंद्र निरंतर प्रयासरत है. जिलेवासी इस योजनाओं का लाभ लेने के लिए जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर सकते हैं.
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