आजादी की विरासत को समाप्त कर रही है भाजपा सरकार

पार्टी के प्रभाव ने भगतसिंह और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए अपनी शहादतें दीं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2024 5:59 PM

सलखुआ में मनाया गया भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का स्थापना दिवस समारोह सलखुआ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अपने स्थापना 100 वर्ष के प्रवेश के मौके पर गुरुवार को सलखुआ स्थित शहीद जयप्रकाश स्मारक स्थल में पार्टी का शताब्दी समारोह मनाया गया. समारोह की शुरुआत अंचल पार्टी के वरिष्ठ नेता का टुनटुन चौधरी ने झंडोतोलन के साथ किया. समारोह के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गठन 26 दिसंबर 1925 को हुआ. कामरेड ने पार्टी के स्वाधीनता संग्राम आंदोलन में भाग लेने सहित 100 वर्षों के गौरवमयी इतिहास की चर्चा की. पार्टी के संबंध में विस्तार रूप से बताते कहा कि पार्टी का स्वर्णिम इतिहास रहा है. साथ ही बताया कि पार्टी के संघर्षपूर्ण गौरवशाली 100 वर्षों का इतिहास देश के मजदूरों, किसानों, छात्रों, और नौजवानों के संघर्षों, आजादी पसंद आवाम के पहलकदमियों और बलिदानों से भरा हुआ है. आजादी पूर्व 1925 में पार्टी की स्थापना सामंतवाद, पूंजीवाद और साम्राज्यवाद विरोध से उद्वेलित विचारों ने अपनी अहम भूमिका निभाई और कम्युनिस्टों ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अपना मुख्य योगदान देते हुए भारत के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग उठायी और देश के स्वाधीनता आंदोलन को मजबूत किया. पार्टी के प्रभाव ने भगतसिंह और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए अपनी शहादतें दीं. यही नहीं देश के हर वर्ग के लोगों के बीच उनके जुझारू संगठन जैसे ट्रेड यूनियन, किसान संगठन, लेखक और विद्यार्थी संगठन के अलावा सांस्कृतिक संगठन भी स्वतंत्रता आंदोलन की तीव्रता के लिए स्थापित कराया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी देश की ऐसी पहली राजनीतिक पार्टी थी, जिसने किसी भी सांप्रदायिक सोच और संगठन को सदस्यता देने से इंकार कर दिया था. वर्तमान स्थिति को देखते उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार आजादी की विरासत को समाप्त कर रही है. देश के लोकतंत्र, संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरा पैदा हो गया है. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो एनसीआरबी के मुताबिक 164033 आत्महत्या हुई है. जिसमें हर चौथा व्यक्ति दिहाड़ी मजदूर है. सभा में मुख्य रूप से जिला सहायक सचिव अमर कुमार पप्पू, अंचल मंत्री उमेश चौधरी, रामशरण यादव, राजा जी भगत, शंकर कुमार, घनश्याम महतो, रामचंद्र यादव व अन्य मौजूद थे. फोटो – सहरसा 01 – संबोधित करते राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण

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