श्रीराम कथा का श्रवण करने से मन की सारी कुरीतियां समाप्त हो जाती है : बैजू शास्त्री
श्रीराम कथा का श्रवण करने से मन की सारी कुरीतियां समाप्त हो जाती है : बैजू शास्त्री
सिमरी बख्तियारपुर. नगर परिषद क्षेत्र के हाई स्कूल मैदान पर नौ दिवसीय श्रीराम कथा यज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार की संध्या श्रद्धालुओं की भीड़ कथा सुनने के लिए उमड़ पड़ी. श्रद्धालु इस कंपकंपाती ठंड व पछुआ हवा के बीच देर रात तक पंडाल में कथा श्रवण करते रहे. इस मौके पर वृंदावन से आये कथा वाचक बैजू शास्त्री जी ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नहीं हो सकता. कथा वाचक बैजू शास्त्री जी महाराज ने कथा के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के जीवन व उनके चरित्र पर विस्तार से जानकारी दी. कथा में रावण के जन्म, श्रीराम के अवतार की कथा व पुष्प वाटिका प्रसंग का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम शिव के आराध्य देव हैं व उनके नाम के उच्चारण से भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं. उन्होंने त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम को आदर्श मानव का स्वरूप बताया. उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा सुनने से मन की सारी कुरीतियां राग, द्वेष, ईर्ष्या व भेदभाव समाप्त हो जाता है. कथा के माध्यम से मन को शांति मिलती है व हिंसक भावनाओं पर नियंत्रण होता हैं. उन्होंने श्रीराम कथा को जीवन में उतारने व मन व ध्यान की एकाग्रता से कार्यों में सफलता प्राप्त करने पर जोर दिया. उन्होंने सती प्रसंग का भी विस्तृत चर्चा की. कथा वाचक ने भगवान राम को कण-कण में रमण करने वाली शक्ति बताते कहा कि जो व्यक्ति भगवान राम की कथा का श्रवण करता है वह भवसागर से पार हो जाता है. जो व्यक्ति प्रभु की कथा को सुनकर उसे अपने जीवन में चरितार्थ करता है उसका जीवन धन्य हो जाता है. मौके पर डॉ प्रमोद भगत, नमिता कुमारी, विपिन यादव, रतन भगत, विजेंद्र भगत, प्रेम भगत, शंकर भगत, गोपाल जी, उमेश चंद्र भारती, राजकुमार पोद्दार, रवि रंजन कुमार सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे.
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