Chhath Puja: सहरसा में छठ घाटों की सफाई अभियान तेज, नहाय खाय-खरना और संध्या अर्घ्य की तैयारी में जुटे श्रद्धालु

Chhath Puja 2024: नहाय खाय के साथ मंगलवार से चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो जाएगा. श्रद्धालु छठ पर्व की अंतिम तैयारी में जुट गए है. हर ओर छठ पर्व की धूम है.

By Radheshyam Kushwaha | November 4, 2024 7:17 PM

Chhath Puja 2024: सहरसा में आस्था के महापर्व छठ को लेकर नगर निगम क्षेत्र में चिह्नित 69 छठ घाटों की साफ-सफाई को लेकर नगर निगम लगातार अभियान चला रही है. महापौर से लेकर उप महापौर व नगर आयुक्त लगातार निरीक्षण कर दिशा निर्देश दे रहे हैं. अब जबकि पर्व में मात्र दो दिन शेष बचे हैं. ऐसे में दर्जनों पोखर सफाई से वंचित हैं. वहां निकट के लोगों द्वारा ही जन सहयोग से सफाई कार्य किया जा रहा है, जबकि इस बार नगर निगम ने छठ घाटों के सफाई के लिए अलग से टेंडर कर सफाई की जिम्मेदारी दी है. लेकिन इसमें भी शिकायतें लोग कर रहे हैं. सफाई को लेकर पटना की एजेंसी मात्रस्वा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को ठेका दिया गया है.

अंतिम तैयारी में जुट गये हैं श्रद्धालु

टेंडर के अनुसार नगर निगम के चयनित 69 छठ घाटों की साफ सफाई, चूना ब्लीचिंग का छिड़काव, चेंजिंग रूम, पहुंच पथों को दुरुस्त कराने, रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था, बैरिकेडिंग, गहरे पानी वाले छठ घाट पर नाव की व्यवस्था एवं अस्थायी शौचालय आदि की मुकम्मल इंतजाम होना है. इसके लिए लगभग 98 लाख की राशि के टेंडर की स्वीकृति दी गयी है. लेकिन अब समय काफी कम है. काम बहुत अधिक शेष बचा है. ऐसे में नगर निगम द्वारा समय रहते कार्य पूर्ण करना एक बड़ी चुनौती है. इधर मंगलवार से ही पर्व की शुरुआत हो रही है. मंगलवार को नहाय खाय के साथ ही महापर्व शुरू हो रहा है. बुधवार को खरना व गुरुवार को छठ पूजा का संध्या अर्घ है. शुक्रवार को उगते भगवान भास्कर को अर्घ के साथ महापर्व संपन्न होगा.

इन्हें दी गयी है जिम्मेदारी

छठ घाटों से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए वार्ड के अनुसार संबंधित पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गयी है. इन पदाधिकारियों से संपर्क कर समस्याओं का निदान किया जा सकता है. इसमें वार्ड संख्या एक से वार्ड संख्या पांच के लिए सहायक अभियंता यांत्रिकी पंकज कुमार, छह से वार्ड संख्या 10 तक के लिए सहायक अभियंता असैनिक पुष्पराज, 11 से वार्ड संख्या 15 के लिए सहायक अभियंता असैनिक नितेश कुमार सिंह, वार्ड संख्या 16 से वार्ड संख्या 20 तक के लिए सहायक अभियंता असैनिक प्रीति कुमारी, वार्ड संख्या 21 से 25 तक के लिए सहायक अभियंता असैनिक राजकुमार, वार्ड संख्या 26 से 30 तक के लिए सहायक अभियंता असैनिक अंजली कुमारी, वार्ड संख्या 31 से 35 के लिए सहायक नगर योजना पर्यवेक्षक मृदुल कुमार, वार्ड संख्या 36 से 37 के लिए लोक स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी देवेंद्र प्रसाद, वार्ड संख्या 38 से 41 के लिए कनीय अभियंता उपेंद्र कुमार, वार्ड संख्या 42 से 46 तक के लिए कनीय अभियंता प्रवीण कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है.

पोखरों के पानी की सफाई की है जरूरत

नगर निगम क्षेत्र के अधिकांश पोखरों की सफाई नगर निगम द्वारा की जा रही है. पोखर से गंदगी निकाली जा रही है. लेकिन पानी में गंदगी पूरी तरह बनी हुई है. ऐसे में पानी की सफाई के लिए पानी में चूना व ब्लीचिंग छिडकाव की सख्त जरूरत है. गंदे पानी में व्रतियों की कठिनाइयों को देखते अब इस दिशा में भी कार्य करने की जरूरत है, जिससे व्रती पानी में खड़ा रहकर भगवान भाष्कर को अर्घ समर्पित कर सके. अब जबकि छठ पर्व में मात्र दो दिन ही शेष बचे हैं. ऐसे में पानी सफाई का कार्य किया जाना आवश्यक हो गया है.

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अन्य प्रदेशों से घर लौटने लगे लोग

छठ पर्व को लेकर राज्य सहित दूसरे प्रदेशों में रोजगार कर रहे लोग अब घर लौटने लगे हैं. बड़ी संख्या में लोग छठ पर्व को लेकर घर लौट रहे हैं. जिससे परिवार में हर्ष का माहौल बनता जा रहा है. इसके साथ ही छठ की अंतिम तैयारी में लोग जुट गये हैं. जिससे पर्व उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया जा सके. छठ को लेकर जहां घाटों पर तैयारियां चल रही है. वहीं पर्व को लेकर जरूरी सामग्री की खरीददारी में भी लोग जुटे हैं. जिससे शहरी क्षेत्र में खासकर जिला मुख्यालय में लोगों की भीड बढ रही है. लोगों की मांगों के अनुरूप बाजार में लगभग सभी समान सजे हैं. अभी खासकर बांस से निर्मित विभिन्न उपयोगी सामान, नारियल, फल सहित खराब नहीं होने वाली सामग्री की जमकर खरीददारी हो रही है. बाजारों में रौनक छायी है. सभी तरह की दुकानों पर ग्राहकों की कमी नहीं है. वहीं सोमवार को जमकर कद्दू की ब्रिकी हुई. बाजार में आवक अधिक रहने के कारण कद्दू तीस से साठ रूपये के बीच बिका.

घाटों की सफाई में बरतें सावधानी

छठ घाटों की सफाई के दौरान सुरक्षा बरतने की जरूरत है. छठ घाटों की सफाई के लिए पोखर, तालाब, नदी व झीलों के पास बच्चों को अकेले नहीं भेजे. बडे साथ लेकर ही बच्चों को छठ घाट पर ले जायें. थोड़ी सी असावधानी रंग में भंग कर सकती है. इसका अभिभावक पूरे मनोयोग से ख्याल रखें. जिससे किसी भी संभावित हादसे को समय से पूर्व रोका जा सके. अक्सर बच्चे घाट निर्माण के दौरान पानी में स्नान करते उतर जाया करते हैं. जिससे अनहोनी की आशंका रहती है. ऐसे में पूर्व से सावधानी बरतने की जरूरत है.

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