विद्यालय प्रबंधक इस ओर नहीं दे रहे ध्यान बनमा इटहरी. तस्वीर जिले के बनमा इटहरी प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय सहुरिया की है. जहां स्कूल में दर्जनों शिक्षकों के उपस्थित रहने के बावजूद कक्षा का संचालन नहीं हो रहा है और बच्चे यत्र-तत्र खेल रहे हैं. खेल भी ऐसा कि कभी भी बड़े हादसे की संभावना बन सकती है. सवाल है कि क्या शिक्षा विभाग बच्चों को स्कूल में जमा करने भर के लिए नियम दर नियम बदल रहा है. क्या शिक्षकों और बच्चों की रोज ससमय उपस्थित ही विभाग का लक्ष्य है. नियम-कानून और नीचे से ऊपर तक अधिकारियों में लगातार फेरबदल से बिहार में ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आती दिख रही थी. अभिभावकों को भी लगने लगा था कि अब उनके बच्चे का भविष्य बेहतर होगा. लेकिन शिक्षकों की लापरवाही की ऐसी तस्वीर बताती है कि अभी सरकार को और भी अधिक सख्त होने की जरूरत है. सहुरिया पंचायत के इस हाईस्कूल की शिक्षा व्यवस्था से लेकर विधि व्यवस्था के लिए अब तक बेहतर प्रशंसा रही है, लेकिन यह तस्वीर उन सभी बेहतर व्यवस्थाओं की पोल खोलती नजर आ रही है. वहीं इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक नृपेंद्र ठाकुर ने बताया कि अभी मासिक परीक्षा संचालित हो रही है. ई-शिक्षा कोष का कामकाज संचालित हो रहा है. उन्होंने बताया कि बच्चे खेलने के दौरान छज्जे पर चले गये होंगे. जबकि बार-बार जाने से बच्चों को मना किया जाता है. वही इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद तिवारी ने बताया कि जानकारी प्राप्त हुई है. प्रधानाध्यापक को सूचित किया जा रहा है. विधि व्यवस्था देखना सभी शिक्षकों की जिम्मेदारी है, इसमें कोताही बरती गयी तो जिम्मेदार पर कार्यवाई की जायेगी.
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