अनावश्यक भ्रांतियों से बचें उपभोक्ता व मीटर लगाने में करें सहयोगः डीएम

अनावश्यक भ्रांतियों से बचें उपभोक्ता व मीटर लगाने में करें सहयोगः डीएम

By Prabhat Khabar News Desk | October 7, 2024 5:46 PM

स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी सहरसा . जिले में लगाए जा रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैल रही भ्रांतियों के तहत जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने सोमवार को विकास भवन सभागार में मीडिया प्रतिनिधियों को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति प्रमंडल सहरसा के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन का कार्य मिशन मोड में कराया जा रहा है. यह कार्य मुख्यमंत्री की एक महत्वाकांक्षी योजना है. लेकिन इसको लेकर कुछ लोग अनावश्यक अफवाह फैला रहे हैं. जबकि उपभोक्ताओं को इससे अनेक लाभ हैं. इन सब चीजों से उपभोक्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर द्वारा डाटा स्वतः ही बिलिंग सर्वर पर आ जाता है, जिससे ऊर्जा रीडिंग के लिए मीटर रीडर की जरूरत नहीं पड़ती है. ऑनलाइन के माध्यम से समय पर विपत्र प्राप्त कर सकते हैं. इसमें मानव हस्तक्षेप नहीं होने से विद्युत विपत्र में त्रुटि की संभावना नहीं रहती है. स्मार्ट मीटर के कारण बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होने से उपभोक्ताओं में विद्युत विपत्र को समझने में सुविधा होती है. स्मार्ट मीटर उपभोक्ता को दैनिक ऊर्जा खपत या राशि की कटौती की जानकारी वास्तविक समय में प्रदान करता है. जिससे उपभोक्ता अपने उपयोग की आदतों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं एवं ऊर्जा की बचत कर अपने विपत्र की राशि को कम कर सकते हैं. स्मार्ट मीटर अधिष्ठापन से पूर्व विद्युत बकाया राशि को किश्तों में भुगतान करने की व्यवस्था की गयी है. जिससे उपभोक्ताओं को बकाया राशि एकमुश्त जमा करने के वित्तीय भार से मुक्ति मिलती है. किसी भी उपभोक्ता को पोस्टपेड से प्रीपेड में परिवर्तित करते समय बकाये की राशि की वसूली किसी भी कीमत पर प्रतिमाह पिछले तीन माह की औसत खपत के 25 प्रतिशत से ज्यादा नहीं की जा सकती है. इसका अनुपालन विद्युत विभाग के द्वारा किया जा रहा है. स्मार्ट मीटर द्वारा नये विद्युत संबंद्ध स्थापित करने के लिए किसी भी प्रकार का प्रतिभूति राशि नहीं ली जाती है. पहले से लिये गये प्रतिभूति की राशि को स्मार्ट मीटर लगने के बाद वापस भी किया जाता है. स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं नॉर्मल मीटर का टैरिफ एक समान है. उपभोक्ता किसी भी प्रकार के भ्रांति का शिकार नहीं हों. उपभोक्ता दो हजार रूपये से अधिक की राशि अपने विद्युत खाते में लगातार रखते हैं तो बैंक दर से उनका ब्याज उपभोक्ता को दिया जायेगा. वहीं डेमो कर बताया गया कि स्मार्ट मीटर में राशि समाप्त होने के विद्युत कट जाती है तो उस स्थिति में उपभोक्ता मीटर में लगे पुश बटन को 20 सेकेंड तक दबाने से पहली बार में 72 घंटे तक आपूर्ति जारी हो जायेगी. इस बीच उपभोक्ता राशि जमा कर सकते हैं. फिर भी राशि जमा नहीं हो सकी तो पुश बटन को दूसरी बार 30 सेकेंड तक दबाने से अगले 48 घंटे तक आपूर्ति बहाल हो जायेगी. जबकि तीसरी बार ऐसी सुविधा नहीं दी जायेगी. यह सुविधा प्रत्येक महीने उपभोक्ताओं को मिल सकेगी. मौके पर विद्युत अधीक्षण अभियंता संतोष कुमार, वरीय प्रबंधक राजस्व दीपक कुमार ,विद्युत कार्यपालक अभियंता सहरसा अमित कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता सिमरी बख्तियारपुर अजीत कुमार सहित अन्य मौजूद थे. फोटो – सहरसा 06 – जानकारी देते जिलाधिकारी व अन्य.

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