विद्युत के नाम पर अनजान नंबर से भेजे गये किसी लिंक पर नहीं करें क्लिकः विद्युत कार्यपालक अभियंता सहरसा . विद्युत आपूर्ति प्रमंडल सहरसा के तहत सभी उपभोक्ताओं के घरों मे स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टाल करवाना अनिवार्य है. उपभोक्ता ऐसा नहीं करेंगे तो वे बिलिंग साइकिल से छूट जायेंगे व उनका बिजली कनेक्शन खुद से कट जायेगा. कार्यपालक विद्युत अभियंता सहरसा अमित कुमार ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है व घर बैठे आसानी से उसे एप या फिर गूगल पे के जरिये रिचार्ज कर सकते हैं. स्मार्ट प्रीपेड मीटर पूरी तरह से निशुल्क इंस्टॉल किया जा रहा है. कार्यपालक विद्युत अभियंता अमित कुमार ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के जरिये बिजली बिल के लिए एकमुश्त जमा की जाने वाली राशि पर उन्हें ब्याज प्राप्त करने का भी अवसर प्राप्त हो रहा है. ब्याज दर बैंकों की ब्याज दर से कहीं ज्यादा है. दो हजार रुपये से अधिक का रिचार्ज करने पर 6.75 प्रतिशत ब्याज दर प्राप्त होगा. इसी तरह तीन माह की खपत के बराबर एकमुश्त रिचार्ज करने पर सात प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा एवं छह माह की अवधि का एकमुश्त रिचार्ज करने पर 7.25 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. इतना ही नहीं ऑनलाइन रिचार्ज कराने पर एक प्रतिशत की छूट भी दी जायेगी. स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज नहीं कराने पर बिजली स्वतः कट जायेगी. हालांकि रात में बिजली नहीं काटी जाती है. बिजली कनेक्शन कार्य दिवस पर दिन में 10 बजे से एक बजे के बीच काटा जाता है. पर्व त्योहार के दौरान भी बिजली नहीं काटी जाती है. बेहतर यही होगा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर की राशि खत्म होने से पहले ही उसे रिचार्ज कर लें. उपभोक्ताओं को साइबर अपराधियों से बचाव करने के विषय में उन्हें सचेत किया कि बिजली विभाग के नाम पर किए जाने वाले फोन पर यकीन करके अनजान नंबर से भेजे गये किसी लिंक पर कतई क्लिक नहीं करें. ऐसा करते ही साइबर अपराधी उनके बैंक अकाउंट पर हाथ साफ कर सकते हैं. बिजली विभाग की तरफ से इस तरह की कॉल नहीं की जाती है. उन्हें इस तरह का कोई कॉल आता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं एवं किसी भी तरह की जानकारी के लिए सिर्फ आधिकारिक नंबर व वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें. किसी तरह का संशय होने पर बिजली विभाग के नजदीक के ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं. उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर किसी तरह की भ्रांति का शिकार नहीं हों. स्मार्ट प्रीपेड मीटर पुराने मीटर जैसा ही है. इसको इंस्टाल करने से बिजली की अधिक खपत नहीं होती है. जितनी बिजली का इस्तेमाल करेंगे, मीटर उतनी की ही रीडिंग करेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है