नगर निगम कार्यालय लगातार पांचवें दिन भी रहा बंद
नगर निगम कार्यालय लगातार पांचवें दिन भी बंद रहने से निगमवासी हैरान व परेशान हैं. कार्यालय बंद होने से सफाई व्यवस्था भी बंद है.
प्रतिनिधि, सहरसा. नगर निगम कार्यालय लगातार पांचवें दिन भी बंद रहने से निगमवासी हैरान व परेशान हैं. कार्यालय बंद होने से सफाई व्यवस्था भी बंद है. पूरे शहर में कचरों का अंबार लगा हुआ है. जहां तहां कचरा पसरा रहने के कारण कचरों से बदबू आने लगी है. कहने को तो सफाई व्यवस्था का कार्य एजेंसी को दिया गया है. लेकिन यह सिर्फ कागजों पर पूरा सिस्टम ध्वस्त है व आम जन त्राहिमाम हैं. मालूम हो कि नगर निगम की सामान्य बोर्ड की बैठक के दिन 16 अगस्त को नगर आयुक्त को काली पोत दिया गया था. जिसके बाद सभी कर्मी सुरक्षा को लेकर हड़ताल पर हैं. जिसके कारण लगातार कार्यालय बंद है. सफाई व्यवस्था सहित अन्य नगर निगम के सभी कार्य बंद है व कार्यालय गेट पर ताला लटका हुआ है. जबकि नगर निगम द्वारा वृद्धजन आश्रय स्थल मानव बल एजेंसी चयन के लिए अति अल्पकालीन निविदा कोटेशन के माध्यम से निकाली गयी थी. निविदा डालने की तिथि 13 अगस्त से 20 अगस्त पांच बजे तक थी जो समाप्त हो गया. निविदा जमा करने के सात दिनों की अवधि में लगातार चार दिन कार्यालय बंद रहे. जिससे निविदा जमा करने आए एजेंसी के प्रतिनिधि को इधर उधर भटक कर लौटना पड़ा. कार्यालय बंद रहने के कारण निविदा नहीं डाल पाने पर पटना से आए अजय कुमार व मैक्स इंफ्रा एचआर लिमिटेड के डायरेक्टर ने मंत्री नगर विकास विभाग, प्रधान सचिव नगर विकास विभाग, जिलाधिकारी, नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. पत्र में कहा कि यह निविदा ईप्रोक के माध्यम से किया जाना था, लेकिन विभागीय नियम की अनदेखी कर कोटेशन के माध्यम से ऑफलाइन निविदा निकाली गयी. जिसका प्रकाशन 14 अगस्त को समाचारपत्रों में प्रकाशित हुआ व 17 अगस्त से लगातार कार्यालय बंद रहने के कारण लौट के जाना पड़ रहा है. ना ही कोई सुनने वाला है ना ही कोई जानकारी देनेवाला. एक अन्य एजेंसी के कर्मी ने बताया कि कोटेशन के माध्यम से व अन्य विभागीय नियम का उल्लंघन कर निविदा निकाला गया है.
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