गोदाम मैनेजर की मनमानी से डीलर परेशान, हंगामा
गोदाम मैनेजर की मनमानी से डीलर परेशान, हंगामा
सौरबाजार . आपूर्ति विभाग के गोदाम मैनेजर की मनमानी से सौरबाजार के सभी डीलर पूरी तरह परेशान हैं. जब डीलर का खाद्यान्न समय पर उनके गोदाम तक नहीं पहुंच पाता है तो मजबूरन उन्हें प्रखंड मुख्यालय स्थित आपूर्ति विभाग के गोदाम पर पहुंचकर अपने हिस्से के अनाज की मांग करनी पड़ती है. सोमवार को आपूर्ति विभाग के गोदाम पर डीलरों ने मैनेजर के विरुद्ध हंगामा करते हुए कहा कि जबतक हमलोग नजराना के रूप में पैसा जमा नहीं करते हैं, अनाज नहीं पहुंचता है. गोदाम मैनेजर द्वारा सभी पंचायत में एक या दो डीलर को अनाज भेज दिया जाता है और जब उनके द्वारा अनाज वितरण किया जाता है तो वहां बगल के डीलर के लाभुक उनसे भी अनाज की मांग करते है और डीलर के पास अनाज नहीं रहने के कारण वे दे नहीं पाते हैं. जिसके कारण उन्हें भारी फजीहत झेलनी पड़ती है. कुछ डीलरों ने कहा कि प्रति क्विंटल मैनेजर द्वारा पचास से सौ रुपये नजराना देना पड़ता है. राशि देने वाले डीलर को आसानी से अनाज मिल जाता है. जबकि नहीं देने वाले डीलर को सबसे बाद में अनाज दिया जाता है. अधिकांश डीलरों को गोदाम मैनेजर की वजह से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. चंदौर पूर्वी पंचायत के एक डीलर सुभाष यादव ने बताया कि हम प्रत्येक माह मैनेजर साहब को सौ रुपये प्रति क्विंटल जमा करते हैं तब अनाज भेजते हैं. जिस माह रुपया नहीं भेजते हैं, उस माह घटिया अनाज सबसे अंत में भेजा जाता है. अधिकांश डीलरों ने कहा कि यहां बिना वजन के ही अनाज हमलोगों को भेजा जाता है. जिसमें प्रत्येक पैकेट में 5 से 10 किलो अनाज कम मिलता है. जिसकी भरपाई करने में भी हमलोगों को भारी फजीहत होती है. पीड़ित डीलर ने कहा कि नगद राशि नहीं रहने पर मैनेजर द्वारा दिए गये फोन पे नंबर पर राशि भेजने के लिए कहे जाने पर उस नंबर पर राशि भेजा गया है. नजराना के रूप में राशि लेने समेत डीलर द्वारा लगाये गये सभी आरोप के आलोक में गोदाम मैनेजर ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. डीलरों द्वारा लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद है. नंबर से उपलब्ध खाद्यान्न के अनुसार वितरण किया जाता है. फोटो – सहरसा 24 – प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम के पास मौजूद डीलर.