गंडौल मौजा में पूर्व में किये गये सर्वे को मान्यता देने की मांग

गंडौल मौजा में पूर्व में किये गये सर्वे को मान्यता देने की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | September 27, 2024 5:53 PM
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भूमि सुधार व राजस्व विभाग के मंत्री से मिलकर की मांग सत्तरकटैया. भाजपा प्रखंड अध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने सहरसा पधारे भूमि सुधार व राजस्व विभाग के मंत्री दिलीप जायसवाल से मिलकर मौजा गंडौल में पूर्व में किये गए सर्वे कार्य को मान्यता देने की मांग की है. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के निदेशानुसार वर्ष 2016 से 2019 तक मौजा गंडौल की जमीन का विधिवत सर्वे किया गया. सर्वे की प्रक्रिया आम सभा, वंशावली, सीमा सत्यापन, मुस्तकिल कायम, किश्तवार, खानापुरी व किसानों द्वारा अपने जमीन के कागजात, अमीन को उपलब्ध कराया गया. मौजा से संबंधित अमीन के द्वारा एटीएस मशीन के द्वारा मौजा गंडौल का सीमा मिलान किया गया तथा पत्थर गाड़ कर एरियल नक्शा तैयार किया गया. 1902 के नक्शा मिलान कर प्रत्येक खेसरा के भौतिक सत्यापन के बाद नया खेसरा नंबर डाला गया. जिसके बाद अमीन के द्वारा लिखे गये याददाश्त व प्रपत्र 6 को कानूनगो व सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी द्वारा स्वीकृत कर नक्शा प्रिंट करने को भेजा गया. याददाश्त पर सभी किसान के द्वारा हस्ताक्षर करवाया गया. जमीन से संबंधित सभी अभिलेख को सर्वे कार्यालय में आगे की कार्रवाई के लिए जमा कर दिया गया. इस सर्वे से मौजा गंडौल के सभी रैयत संतुष्ट हैं. मौजा गंडौल के सभी रैयत प्रपत्र 7 की प्रतीक्षा में है. राज्य में हो रहे विशेष सर्वे में अमीन के द्वारा रैयतों से संपर्क कर शुरु से सर्वे कराने की बात कर रहे हैं. जबकि जय सिंह, निदेशक भू अभिलेख एवं परिमाप, पटना के पत्रांक के अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश भी जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि नये सिरे से सर्वे आरंभ करना तर्कसंगत नहीं है और आम रैयत को परेशान करने वाला है. उन्होंने सरकार से स्थगित किए पूर्व के सर्वे कार्य को मान्यता देने तथा रैयतों को प्रपत्र 7 उपलब्ध कराने की मांग की है.

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