विभाग ने हटाये पेड़, व्यापारी को बेच रहे लोग
विभाग ने हटाये पेड़, व्यापारी को बेच रहे लोग
नहरों पर पूर्व से लगे हुए विशाल वृक्षों को जड़ से उखाड़ देने के बाद ग्रामीणों ने व्यापारी को बेचा पतरघट. जल संसाधन विभाग द्वारा इन दिनों विभागीय स्तर से करवाये जा रहे नहरों के ऊंचीकरण, चौड़ीकरण तथा मजबूती करण के दौरान नहरों पर पूर्व से लगे हुए विशाल वृक्षों को जड़ से उखाड़ दिए जाने के कारण दर्जनों पेड़ पौधे को कुछ स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लकड़ी व्यापारी के हाथों बेच दिए जाने का मामला सामने आया है. मामले ने तब तूल पकड़ा, जब वन विभाग को सूचना दिए जाने बगैर जल संसाधन विभाग की बड़ी-बड़ी हाइवा मशीन द्वारा नहरों की साफ-सफाई के दौरान पतरघट, लक्ष्मीपुर नहर पर लगे हुए विशाल वृक्षों को जड़ से उखाड़ दिया तथा नहर किनारे खेत में फेंक दिया. जिसका फायदा उठाकर पतरघट सहित आसपास के कुछ स्थानीय ग्रामीणों द्वारा एक स्थानीय लकड़ी व्यापारी के हाथों बेच दिए जाने का मामला सामने आया. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया तथा हो हंगामा शुरू कर कुछ को रात के अंधेरे में उठा लिया गया. जबकि कुछ लकड़ी को विभाग के वनरक्षी द्वारा जब्त कर लिया गया. इस बाबत वनरक्षी सतीश कुमार ने बताया कि नहरों की साफ-सफाई के दौरान दर्जनों शीशम, सागौन, जिलेबी के हरे भरे वृक्षों को हाइवा मशीन से चालक द्वारा यत्र तत्र उखाड़ दिया गया. जिसकी सूचना उसके द्वारा वन विभाग को नहीं दी गयी थी. उन्होंने बताया कि हमें जब इसकी सूचना मिली तो हम लगभग तीन घंटे तक काम को रोक दिया. जिसके बाद विभागीय अधिकारियों के द्वारा हस्तक्षेप कर काम को फिर से दुबारा शुरू करवाया गया. उन्होंने बताया कि ध्वस्त हुए वृक्षों के बचें हुए शेष भाग को उन्होंने अपने पास सुरक्षित रख लिया है.
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