डीआईजी बाइक चलाते औचक निरीक्षण को पहुंच गए सदर थाना
डीआईजी बाइक चलाते औचक निरीक्षण को पहुंच गए सदर थाना
थाना में मौजूद लोगों से ली कार्यशैली की जानकारी, बिना वर्दी के पहुंचे कर्मियों को वर्दी में ड्यूटी का दिया निर्देश सहरसा . कोसी प्रक्षेत्र के डीआईजी मनोज कुमार खुद बाइक चला गुरुवार को सदर थाना औचक निरीक्षण में पहुंच गये. उनके इस तरह अचानक बाइक से पहुंचने पर सदर थाना में थोड़ी देर के लिए हड़कंप मच गया. बिना किसी पूर्व सूचना या तामझाम के डीआईजी ने बाइक से थाना पहुंंचकर ना केवल वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बल्कि थाना परिसर में मौजूद आम नागरिकों व पुलिसकर्मियों से भी सीधे बातचीत की. डीआईजी के अचानक आगमन से थाना में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. डीआईजी मनोज कुमार ने थाना के ऑफिसर ऑन ड्यूटी में मौजूद लोगों से संवाद करते यह जानने का प्रयास किया कि वे कितने दिनों से थाना आ रहे हैं. उनके काम में कोई समस्या आ रही है या नहीं. क्या उनके मामले का निपटारा हुआ है. इस दौरान उन्होंने विशेष ध्यान दिया कि थाना में आने वाले लोग किस समस्या के समाधान के लिए आए हैं व उनकी शिकायतों का निवारण हो रहा है या नहीं. निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने पाया कि कुछ पुलिसकर्मी ड्यूटी के समय वर्दी में नहीं थे. उन्होंने इस पर नाराजगी जतायी व निर्देश दिया कि ड्यूटी पर सभी पुलिसकर्मियों को वर्दी में रहना अनिवार्य है. उन्होंने सदर थाना के अधिकारियों एवं कर्मियों से कहा कि वे अपनी ड्यूटी को गंभीरता से लेंं. अनुशासन का पालन करें. साथ ही उन्होंने थाने के बेहतर प्रबंधन के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. डीआईजी ने अपने निरीक्षण के बाद बताया कि वे सामान्य सरकारी गाड़ी से आते तो थाने के लोग सतर्क हो जाते एवं वास्तविक स्थिति का पता लगाना कठिन हो जाता. वे देख रहे थे कि थाना परिसर में लोग किस काम से आए हैं व क्या उनका काम हो रहा है या नहीं. उनकी कोशिश है कि थाने की कार्यप्रणाली में और भी बेहतरी लायी जाय. इसके साथ ही डीआईजी ने थाने में मौजूद युवा सब-इंस्पेक्टरों की सराहना की. उन्होंने कहा कि सभी यंग सब-इंस्पेक्टर पढ़े-लिखे एवं संवेदनशील हैं. वे पुराने पुलिसकर्मियों से अलग हैं एवं वे उनसे उम्मीद करते हैं कि वे अच्छा काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जनता की संतुष्टि ही पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है. इस दिशा में थाने के सभी कर्मियों को मेहनत और ईमानदारी से काम करना चाहिए. डीआईजी मनोज कुमार के इस औचक निरीक्षण ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि पुलिस प्रशासन जनता की सेवा के प्रति प्रतिबद्ध है. थानों में व्याप्त किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने थाना परिसर में मौजूद हर व्यक्ति की समस्याओं को गंभीरता से सुना एवं समाधान के लिए तत्परता दिखायी.
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