आरएसएस की साप्ताहिक शाखा में एकात्मता स्तोत्र पर हुई चर्चा
आरएसएस की साप्ताहिक शाखा में एकात्मता स्तोत्र पर हुई चर्चा
सहरसा . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में रविवार को महावीर चौक स्थित मंदिर परिसर में साप्ताहिक शाखा का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य शिक्षक सुभाष चंद्र झा के निर्देशन में एकात्मता स्त्रोत, एकात्मता वैदिक मंत्र, सूर्य नमस्कार मंत्र, अमृत वचन, सुभाषित,गीत बौद्धिक व हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सेवा प्रमुख डॉ मुरारी कुमार ने सूक्ष्म योग व प्राणायाम का अभ्यास कराया. साथ ही एकात्मता स्रोत पर चर्चा करते उन्होंने कहा कि हमारी सृष्टि प्रकृति से बनी हुई है. प्रकृति के बिना मनुष्य या किसी भी जीव जंतु, पहाड़, नदी एवं पेड़ पौधे का कोई अस्तित्व नहीं है. प्रकृति से ही ग्रह नक्षत्र लोक, परलोक व काल का संचालन होता है. सनातन धर्म में बताया गया कि सृष्टि के कण-कण में व्याप्त सभी पदार्थों में प्राण होते हैं. चाहे वह संजीव हो या निर्जीव. हमारे पूर्वजों ने प्रकृति की हर वस्तु को धर्म से जोड़ते इसकी पूजा अर्चना की. भारतीय ऋषि मुनि एवं मनुष्यों ने सदैव प्रकृति की रक्षा की प्रेरणा दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किसी व्यक्ति को गुरु ना मानकर तत्व रूपी भगवाध्वज को अपना गुरु मानते हैं. हर स्वयंसेवक गुरु पूर्णिमा के दिन भगवाध्वज के समक्ष अपना समर्पण राशि समर्पित करते हैं. उन्होंने कहा कि आगामी 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जायेगा. इसके लिए सभी शाखाओं में स्वयंसेवक भगवा ध्वज का गुरु पूजन करेंगे. मौके पर नगर संघ चालक इं रामेश्वर ठाकुर, व्यवस्था प्रमुख आशीष टिंकू, जिला संपर्क प्रमुख रंजीत दास, उदाहरण भगत, श्रवण कुमार, राजकुमार गुप्ता, अंकित कुमार, सुरेंद्र भगत सहित अन्य मौजूद थे.
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