एचआईवी ग्रसित व्यक्ति के साथ नहीं करें भेदभाव
एचआईवी ग्रसित व्यक्ति के साथ नहीं करें भेदभाव
बिमारी की पहचान ही बचाव है, विश्व एड्स दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली डाक बंगला चौराह पर नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन सिमरी बख्तियारपुर. विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सिमरी बख्तियारपुर में कलमी इंस्टीच्यूट ऑफ नर्सिंग के द्वारा जागरुकता रैली निकाली गयी. जिसको इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर ब्रह्मदेव कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही डाक बंगला चौराहा पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति कर लोगों को एड्स को लेकर जागरूक किया गया. इस मौके पर मौजूद ब्रह्मदेव प्रसाद ने कहा कि प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं ने नगर के विभिन्न चौक चौराहों पर घूम – घूम कर एड्स को लेकर लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाया. इस दौरान एड्स से बचाव की जानकारी भी दी गयी. उन्होंने बताया कि एचआईवी के कारण किसी एचआईवी पीड़ित व्यक्ति का रक्त किसी नॉर्मल व्यक्ति को डोनेट करने, एचआईवी पीड़ित माता के दूध से, एचआईवी पीड़ित माता अपने शिशु को स्तनपान कराती है तो शिशु को एचआईवी का संक्रमण हो जाता है. इसके अलावा असुरक्षित यौन संबंध, दूषित सिरिंज का उपयोग करने से होता है. उन्होंने बताया कि एड्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. एड्स रोगी के साथ खाना खाने बैठने या छूने से नहीं फैलता है. समाज को एचआईवी ग्रसित व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. इस मौके पर गोलू दयाल, बैधनाथ कुमार, डेज़ी कुमारी, शिखा, प्रेमलता, सुनीता, नसरीन, तृष्णा सहित अन्य मौजूद थे.
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