नहीं जा रहा किसी का ध्यान बनमा ईटहरी कहते हैं कि सरकारी कार्यालय लोगों के दस्तावेजों को सुरक्षित रखता है. भविष्य में खो जाने अथवा अन्य किसी कारणों से विभाग से मांगे जाने वर वह उसकी नकल या द्वितीयक प्रति निर्गत कर देता है. लेकिन प्रखंड कार्यालय में ऐसी व्यवस्था बिल्कुल नहीं दिख रही है. यहां लोगों के मूल आवेदन, आरटीआई से मांगी जानकारी से संबंधित आवेदन, पेंशन, वृद्ध, विकलांग पेंशन, निर्वाचन में नाम जोड़ने हटाने के लिए दिया गया आवेदन पानी में गीला होकर गलता जा रहा है. लाल गट्ठरों में बांधकर रखे गये सारे कागजात प्रखंड कार्यालय के निर्वाचन शाखा में यत्र-तत्र बिखरे पड़े हैं. निवार्चन शाखा का यह कमरा जर्जर है. बारिश होते ही छत से पानी टपकता है और लाल गठरियों को ऊपर से अंदर तक भिगो रहा है. फर्श पर भी पानी भरा हुआ है, जो नीचे से कागजातों को गला रहा है. जरूरी कागजात गल रहे हैं, लेकिन जिम्मेवारों को इसकी तनिक भी फिक्र नहीं है. बनमा ईटहरी का यह निर्वाचन शाखा भवन है. एक कोने में सभी फाइल को रखा जाता है तो दूसरे कोने में आधार कार्ड बनाने का काम हो रहा है तो तीसरे कोने में गार्ड के सोने की व्यवस्था है. किसी न किसी काम से हर अधिकारी कमरे में अवश्य आते जाते हैं. लेकिन अधिकारियों की नजर दीमक खा रहे फाइलों पर नहीं पड़ती है. ज्यादातर जरूरी कागजात भीग कर पूरी तरह से नष्ट हो गया है. भवन की खिड़की टूटने के कारण खिड़की के समीप रखे जरूरी कागजात को बच्चे भी निकल कर यत्र-तत्र फेंकते रहते हैं. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी गुलशन कुमार झा ने बताया कि नष्ट हो रहे फाइलों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जायेगा.
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