सहरसा . बिहार दर्शन योजना के तहत मौनी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के परिभ्रमण के क्रम में शिक्षकों व रात्रि प्रहरी द्वारा नशा सेवन कर छात्रों के साथ अभद्र व्यवहार करने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, पतरघट ने अपने पत्र द्वारा प्रतिवेदित किया है कि दिनांक 28 अक्तूबर के पूर्वाहन 10 बजे ग्रामीणों द्वारा मौनी उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कहरा में तालाबंदी व सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन किया जा रहा था. गामीणों से बातचीत करने पर बताया गया कि 26 अक्तूबर को वर्ग नौ के कुल 45 छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना के तहत परिभ्रमण के लिए भीमनगर वीरपुर कोशी बराज विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक के नेतृत्व में ले जाया गया. जिसमें नामित सभी शिक्षक व शिक्षिका भी शामिल थे. परिभ्रमण के दौरान शिक्षकों द्वारा नशा का सेवन कर छात्र-छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. इसके सबंध में वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. स्पष्ट करें कि इसके लिए जिम्मेवार मानते हुए क्यों नहीं आपके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही संस्थतित की जाये. उन्होंने स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के 24 घंटा के अंदर समर्पित करने का निर्देश दिया है. अन्यथा समझा जायेगा कि इस संबंध में आपको कुछ नहीं कहना है एवं विभाग एक तरफा निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा. वहीं मंगलवार को विद्यालय में स्थिति सामान्य रही. वर्ग कक्ष का संचालन शांतिपूर्ण वातावरण में किया गया. माहौल शांत बना रहा. फोटो – सहरसा 24 – वर्गकक्ष में पढ़ते बच्चे. ……………………………………………………………………………………. सामाजिक रसोईघर में शिविर संचालन में की गयी फर्जीवाड़े की जांच की मांग सहरसा . जिले के नवहट्टा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित परिवार के लिए कोसी तटबंध के किनारे बनायी गयी सामुदायिक रसोई घर शिविर संचालन में बड़े पैमाने पर एनजीओ द्वारा की गयी फर्जीवाडा की उच्च स्तरीय जांच को लेकर प्रखंड जदयू युवा अध्यक्ष कमल नारायण गुप्ता ने डीएम को आवेदन दिया है. उन्होंने कहा कि नवहट्टा प्रखंड के तहत बाढ़ प्रभावित परिवार के लिए पूर्वी कोसी तटबंध के किनारे बनायी गयी सामुदायिक रसोई घर शिविर संचालन में बड़े पैमाने पर एनजीओ व प्रखंड के बड़े जनप्रतिनिधि एवं बिचौलिया की मिलीभगत से फर्जीवाडा कर बाढ़ अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष के सहयोग से एक हजार लोगों के भोजन की जगह लाखों बाढ़ प्रभावित की फर्जी सूची बनाकर जिला कार्यालय रिपोर्ट की गयी है. फर्जी रिपोर्ट के सहारे काफी मोटी रकम का भुगतान एनजीओ, बिचौलिया एवं नवहट्टा प्रखंड बाढ़ अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष के सहयोग से फर्जीवाडा का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आग्रह किया कि सामुदायिक किचन केंद्र संचालन में बड़े पैमाने पर की गयी फर्जी रिपोर्ट की उच्च स्तरीय जांच कराकर भुगतान किया जाये. जिससे व्यापक फर्जीवाडा पर अंकुश लग सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है