तेज हवा एवं बारिश के करण जिले में हुआ व्यापक नुकसान, वार्डों में जल-जमाव की समस्या हुई गंभीर सहरसा. पिछले चार दिनों से आये मौसम में बदलाव से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है. मौसमी फलों सहित फसलों को भी लाभ पहुंचा है. साथ ही तेज हवा से कच्चे घरों सहित बड़े पेड़ पौधे भी धराशाही हुए हैं. इन सबके अलावे नगर निगम क्षेत्र में जल-जमाव से बड़ी समस्या एक बार फिर से खडी हो गयी है. लगभग सभी वार्डों सहित मुख्य सड़कों पर भी जल-जमाव से परेशानी खड़ी हो गयी है. बेमौसम बारिश ने इस बार भी नगर निगम की तैयारी को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है. जबकि आगे मानसून की बारिश बाकी है. जो नगर निगम क्षेत्र के लिए बड़ी समस्या खड़ी करने वाली है. प्रत्येक वर्ष मानसून के समय क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया जाता है कि आगे ऐसी समस्या नहीं होगी. लेकिन आश्वासन धरातल पर उतर नहीं पाता है. जिससे समस्या गंभीर होती चली जा रही है. मंगलवार की संध्या आयी तेज हवा व बारिश से शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में काफी तबाही हुई है. शहरी क्षेत्र में जहां तेज हवा के कारण बिजली के खंभे व दर्जनों बड़े-छोटे पेड़ गिर गये. वहीं बारिश के कारण शहरी क्षेत्र के लगभग सभी वार्डों में जल-जमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. तेज हवा के कारण वृक्षों के गिरने से विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गयी. वहीं गुरुवार को दिन में भी तेज हवा व बारिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया. घंटों बारिश से क्षेत्र में जल जमाव की समस्या खडी हो गयी है. जबकि अगले 11 मई तक बारिश एवं तेज हवा की संभावना मौसम विभाग ने जतायी है. साथ ही ओला गिरने की भी संभावना जतायी है. वहीं तेज हवा के कारण फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. खासकर मौसमी फल आम, लीची, कटहल पर इसका काफी असर पड़ा. कई पेड़ धराशाही हो गये. वहीं आम, लीची व कटहल के फल गिरने से किसानों को काफी क्षति हुई. इनके अलावे मक्के की फसल को भी इस तेज हवा व बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है. तेज हवा के कारण शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों का आशियाना भी उजड़ गया. जल-जमाव की बनी गंभीर समस्या तेज हवा के साथ हुई झमाझम बारिश से शहरी क्षेत्र के लगभग सभी वार्ड एक बार फिर से जल-जमाव की चपेट में आ गये हैं. अधिकांश घरों के आगे जल-जमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. वार्डों में जल-जमाव से दुर्घटना की आशंका बढ़ गयी है. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है. खासकर कामकाजी महिलाओं की मुश्किलें बढ़ गयी है. शहर के तिवारी टोला, हटिया गाछी, गंगजला, न्यू कॉलोनी, नया बाजार, कोसी चौक सहित अन्य वार्डों में जल-जमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. मॉनसून की बारिश में बढेगी समस्या बेमौसम गुरुवार को दिन में हुई बारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है. जल निकासी के सभी दावों को हल्की बारिश ने ही ध्वस्त कर दिया है. जिला प्रशासन आगामी मॉनसून की बारिश से होने वाले जलजमाव को लेकर तैयारी करने में जुटी है. लेकिन हालात को देखकर नहीं लगता है कि आगामी मॉनसून में भी शहर वासियों को बड़ी राहत मिल सकती है. मानसून से पूर्व हुए वर्षा ने जल जमाव की समस्या के समाधान को पूरी तरह नकारा साबित किया है. मॉनसून के पूर्व बारिश को देखकर शहरवासी अभी से ही भयभीत दिख रहे हैं. नाले तक की शुरू नहीं हुई है सफाई शहरी क्षेत्र के विभिन्न भागों में जल निकासी को लेकर नालों का निर्माण किया गया है. जिसकी सफाई तक निगम द्वारा अब तक शुरू भी नहीं की गयी है. जबकि जून में प्रत्येक वर्ष मानसून प्रवेश करती है. इसे देखते हुए पूर्व के वर्षों में नाले की सफाई की जाती थी. लेकिन इसकी सफाई तक की अभी चर्चा भी शुरू नहीं हुई है. निगम में आपसी खींचतान में शायद इस बार फिर से लोग नारकीय जीवन जीने को विवश होंगे. इस बाबत नगर निगम महापौर बैन प्रिया ने कहा कि जल निकासी की समस्या के निदान के लिए नगर निगम द्वारा कुल 145 नाली गली योजनाओं की स्वीकृति दी गयी थी. जिसका क्रियान्वयन नगर आयुक्त द्वारा नही किया गया. वर्तमान में नगर आयुक्त अवैधानिक रूप से एक एजेंसी को साफ-सफाई, डोर-टू-डोर कचरा उठाव से लेकर नाला उड़ाही तक का कार्य आवंटित किये हैं. जिसके कारण समस्या उत्पन्न हो रही है. समस्या समाधान के लिए नगर विकास विभाग से भी अनुरोध किया गया है. जिससे जल जमाव का तात्कालिक समाधान हर हाल में किया जा सके. इसके लिए हर तरह से प्रयासरत हैं. आम जनता के लिए वे कृत संकल्पित हैं एवं हर आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार हैं.
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