दस माह में उत्पाद विभाग ने 27 हजार लीटर से अधिक शराब किया बरामद
दस माह में उत्पाद विभाग ने 27 हजार लीटर से अधिक शराब किया बरामद
दो हजार से अधिक तस्कर व शराबी किया गया गिरफ्तार, वाहनों की नीलामी व पेनल्टी से 84 लाख से अधिक हुआ राजस्व प्राप्त सहरसा . शराबबंदी के बाद से जिला उत्पाद विभाग एवं जिले के विभिन्न थाने की पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाकर शराब तस्कर व पीने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में तस्कर व शराबी गिरफ्तार हो रहे हैं. बरामद शराब को नष्ट किया जा रहा है. लेकिन ना तो तस्करी में कमी आ रही है. ना ही इसकी मांग कम हो रही है. चोरी छिपे जिले भर में धंधा जारी है. इस दौरान इस वर्ष जनवरी से लेकर नवंबर के प्रथम सप्ताह तक उत्पाद विभाग द्वारा लगातार की गयी छापेमारी में हजारों लीटर विभिन्न शराब के साथ तस्कर व शराबी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही सैकड़ों की संख्या में वाहन जब्त किए गये हैं. वहीं वाहनों की नीलामी सहित जुर्माना से लाखों का राजस्व भी प्राप्त हुआ है. इन सब के बावजूद भी अवैध शराब कारोबारियों के हौंसले जिले में पस्त नहीं हुए हैं. दिन प्रतिदिन अवैध कारोबारियों की संख्या जहां बढ़ती जा रही है, वहीं उत्पाद विभाग व पुलिस विभाग भी चूहे बिल्ली के खेल की तरह इन तस्करों के पीछे पड़ी है. आये दिन छोटे- बड़े तस्कर उत्पाद विभाग एवं पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं. इस वर्ष उत्पाद विभाग को सबसे बड़ी सफलता 27 अगस्त को 370 लीटर विदेशी शराब के साथ दो चार चक्का वाहन जब्त कर किया गया. वहीं उत्पाद विभाग द्वारा लगभग सात हजार जगहों पर छापेमारी भी की गयी है. जिनमें हजारों जगह पर उत्पाद विभाग ने देसी, विदेशी शराब के साथ कारोबारियों को भी पकड़ा है. इस वर्ष उत्पाद विभाग ने लगभग 22 हजार लीटर से अधिक देसी व लगभग पांच हजार लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया है. इस दौरान सैकड़ों चार चक्के, तीन चक्के, दो चक्के वाहन भी पकड़े गये हैं. जब्त देसी विदेशी शराबों को लगभग विनिष्ट भी कर लिया गया है. सहायक आयुक्त उत्पाद एवं मद्य निषेध संजीव कुमार ठाकुर ने बताया कि आगामी एक जनवरी से अब तक लगातार छापेमारी जारी है. प्रत्येक दिन 15 से 20 जगहों पर दिन-रात छापेमारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि अवैध कारोबारियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा. उनकी नजर अवैध तस्करों को तलाशने में लगी है. 27 हजार लीटर शराब बरामद उत्पाद विभाग द्वारा लगभग 27 हजार लीटर देसी-विदेशी शराब पकड़ा गया है. इनमें सबसे अधिक उत्पाद विभाग द्वारा देसी-विदेशी शराब बरामद किया गया है. साथ ही तस्कर भी पकड़े गये हैं. जानकारी देते सहायक आयुक्त उत्पाद एवं मद्यनिषेध संजीव ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष की गयी कुल 6833 छापेमारी में 22 हजार 517 लीटर देसी-विदेशी शराब बरामद किया गया है. इस छापेमारी के दौरान 2056 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि बरामद देसी-विदेशी शराब में अधिकांश शराब का विनिष्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 4656.155 लीटर अवैध विदेशी शराब, 22516.75 लीटर अवैध देसी व चुलाई शराब बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि इस बार सबसे बड़ी खेप अगस्त माह में पकड़ी गयी है. दो चार चक्का वाहन से 371.700 लीटर अवैध विदेशी शराब बरामद किया गया है. छापेमारी में पकडे गये सैकडों वाहन उत्पाद विभाग द्वारा इस वर्ष की गयी छापेमारी में एक सौ से अधिक सभी तरह के वाहन पकड़े गये हैं, जिनमें सबसे अधिक दो चक्के वाहन शामिल हैं. जानकारी देते सहायक आयुक्त उत्पाद ने बताया कि पेनल्टी एवं नीलामी के माध्यम से 150 वाहन मुक्त किए गये हैं. जबकि 141 वाहन जब्त किया गया है. नीलामी एवं पेनल्टी से 84 लाख 19 हजार 578 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. वहीं उन्होंने बताया कि आगामी 15 नवंबर को 68 वाहनों की नीलामी की जायेगी. शेष बचे वाहनों की नीलामी भी 22 नवंबर को होगी. उन्होंने बताया कि अंतर जिला बॉर्डर पर लगातार वाहन जांच की जा रही है. जिससे तस्कर में दहशत की स्थिति रहती है. वहीं ड्रोन द्वारा अवैध चुलाई शराब निर्माण अड्डों पर छापेमारी की जाती है. इसके साथ विभाग द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शराब से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरुक भी लगातार किया जा रहा है.
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