आयुष्मान भारत व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का चल रहे विशेष अभियान की हुई समीक्षा, प्रतिनिधि, सहरसा . डीएम के निर्देशानुसार डीडीसी की अध्यक्षता में बुधवार को वीसी के माध्यम से जिले के सभी वरीय पदाधिकारी व प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारियों की आयुष्मान भारत से संबंधित चल रहे विशेष अभियान की समीक्षा बैठक की गयी. इसमें पाया गया कि जिले के सभी प्रखंडों की उपलब्धि संतोषजनक नहीं है. बताते चले कि अपर मुख्य सचिव बिहार के निर्देश पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड से संबंधित विशेष अभियान 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलाया जा रहा है. राज्य स्तर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक निर्धारित विशेष शिविर में अब तक लगभग तीन हजार आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं जो कि लक्ष्य के अनुरूप काफी कम है. जिला का कुल लक्ष्य 18 लाख 62 हजार 64 है. इसमें अभी तक सात लाख 78 हजार 488 लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड तत्कालीन अभियान के पूर्व तक बनाया जा चुका है. डीडीसी ने बैठक में अनुपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से सिविल सर्जन को स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया. साथ ही सरकारी अस्पतालों में डिजिटल काउंटर व आशा कार्यकर्ता द्वारा आयुष्मान कार्ड के निर्माण के गति पर भी असंतोष व्यक्त करते सभी संबंधित को आवश्यक निर्देश देने के लिए निदेशित किया. प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि क्षेत्र में वसुधा केंद्र के ऑपरेटर के प्रायः अनुपस्थित रहने के कारण काफी परेशानी हो रही है. इस संबंध में वसुधा केंद्र प्रबंधक के बैठक में अनुपस्थित रहने व भीएलई की अनुपस्थिति के कारण कार्य में बाधा उत्पन्न होने के स्थिति में स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया. साथ ही सभी को आयुष्मान कार्ड निर्माण को गति देने के लिए सभी प्रखंडों में कैंप लगाकर कार्ड निर्माण कराने के लिए निर्देशित किया. इस योजना में मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के पात्र लाभार्थी परिवार जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र लाभार्थी नहीं हैं को भी प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपए तक के स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने की स्वीकृति भी दी गयी है. साथ ही 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को भी इस योजना में शामिल किया गया है. अब सभी आशा कार्यकर्ता के द्वारा भी आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. जिसमें आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जाकर अपने लॉगिन आईडी से बना सकती है. आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लाभार्थी को राशन कार्ड व आधार कार्ड ले जाना अनिवार्य है. जिससे संबंधित राशन कार्ड व आधार से ऑनलाइन जांचकर लाभुक का कार्ड बनाया जा सके. राशन कार्ड में वर्णित सभी व्यक्तियों का अलग अलग आयुष्मान कार्ड बनना है. क्योंकि परिवार के मुखिया का आयुष्मान कार्ड बन जाने से परिवार के अन्य लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिल सकती है. इसलिए सभी का आयुष्मान कार्ड अलग-अलग बनना अनिवार्य है. 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का भी आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया जाएगा. जिसमे सिर्फ आधार कार्ड की आवश्यकता होती है. आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कोई भी व्यक्ति अपने एनड्रॉयड मोबाइल में आयुष्मान ऐप डाउनलोड करके अपना नाम राशन कार्ड व आधार कार्ड के माध्यम से सर्च करके स्वयं बना सकते हैं व उसे डाउनलोड कर सकते हैं. किसी का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है व उसे इलाज की तुरंत जरूरत है तो किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर राशन कार्ड व आधार कार्ड देकर अपना आयुष्मान कार्ड उसी अस्पताल में तत्क्षण बनवा सकते हैं व अपना इलाज करवा सकते हैं. बशर्ते उसका नाम आयुष्मान पोर्टल पर अंकित हो. अभियान के अतिरिक्त आयुष्मान कार्ड वसुधा केंद्र व सूचीबद्ध अस्पताल सरकारी, प्राइवेट) में बनवाया जा सकता है व यह पूर्णतया निशुल्क है.
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