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दो दिन बाद सरकारी कैलेंडर के अनुसार बाढ़ अवधि होगी शुरू

अंचलाधिकारी ने बाढ़ अवधि पर विभिन्न रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को भेजी

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2024 6:55 PM

अंचलाधिकारी ने बाढ़ अवधि पर विभिन्न रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को भेजी प्रतिनिधि, नवहट्टा पूर्वी व पश्चिमी कोसी तटबंध के बीच संभावित बाढ़ से निपटने के लिए अंचल प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर जिला प्रशासन को प्रतिवेदन भेज दिया है. सीओ मोनी बहन ने संभावित बाढ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति, समूह की पहचान, निजी एवं सरकारी नाव, लाइफ जैकेट, संभावित बाढ़ प्रभावित स्थलों के लिए नोडल पदाधिकारी, पॉलीथिन सीट, खाद्यान्न की उपलब्धता, ऊंचे स्थान का चयन, हैलिपेड, निजी जेनरेटर, टेंट सहित अन्य आवश्यक संसाधन की उपलब्धता का आकलन कर जिला आपदा प्रबंधन को प्रतिवेदन भेज दिया है. हर साल 7 पंचायत के दर्जन भर गांव बाढ़ से होते हैं प्रभावित पूर्वी व पश्चिमी कोसी तटबंध के बीच सात पंचायत के 28 राजस्व गांव, 86 वार्ड, 17 हजार 350 अनुमानित परिवार के 89 हजार 204 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित हो सकती है. सात पंचायत हाटी, केदली, बकुनिया, डरहार, सत्तौर, नौला व शाहपुर पंचायत के रामजी टोला की आबादी निष्कासन के लिए चार घाट केदली घाट, देवनवन मंदिर घाट, एकाढ घाट व बराही घाट व परताहा घाट नाव का परिचालन किया जायेगा. 500 मिट्रिक टन खाद्यान्न के लिए राज्य खाद्य निगम के प्रखंड परिसर स्थित गोदाम व स्वास्थ्य उप केंद्र शाहपुर को चिन्हित किया गया है. वहीं नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत बाढ आने की स्थिति में सीओ मोनी बहन ने सात पंचायत के लिए विभिन्न शरण स्थल का चयन किया है. केदली पंचायत के लिए उर्दू प्राथमिक विद्यालय पहाड़पुर, मध्य विद्यालय के केदली पुनर्वास, उच्च विद्यालय केदली पुनर्वास, नौला पंचायत के लिए मध्य विद्यालय नौला, मध्य विद्यालय रसलपुर बाढ आश्रय स्थल रसलपुर, मध्य विद्यालय भेलाही ,सामुदायिक भवन गढिया, सत्तौर पंचायत के लिए नव प्राथमिक विद्यालय विरजैन, नव प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर, मध्य विद्यालय सत्तौर शाहपुर पंचायत के लिए मध्य विद्यालय शाहपुर, बकुनिया पंचायत के लिए मवि परतहा बरहारा, डरहार पंचायत के लिए मध्य विद्यालय परताहा, उर्दू प्राथमिक विद्यालय बरहारा, हाटी पंचायत के लिए बाढ आश्रय स्थल बरियाही, बाढ आश्रय स्थल मुरली का चयन किया है. सीओ मोनी बहन ने बताया कि बाढ आने की स्थिति में अंचल प्रशासन किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है. बाढ पुर्व सभी तैयारी पूरी कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट समर्पित कर दी गयी है. बचे शेष बिंदु पर कार्य किया जा रहा है. फोटो – सहरसा 23 – नदी में चलने लगी नाव

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