सहरसा : जिले में आयी बाढ़ से हजारों एकड़ में लगी धान की फसल नष्ट हो गयी है. जिससे किसानों के आगे अंधेरा दिखाई देने लगा है. कृषि विभाग द्वारा किये गये आकलन में आधे से अधिक धान की फसल जिले में बर्बाद हो गयी है. बनमा ईटहरी प्रखंड में लगभग धान की फसल नष्ट होने की बात सामने आयी है. अनुकूल मौसम को देखते हुए जिले के किसानों ने धान की अग्रतर खेती की थी. जिले में लक्ष्य से अधिक किसानों ने धान की फसल की बुआई की थी. लेकिन अत्यधिक वर्षा के कारण बाढ़ आ जाने से धान की फसल को बड़ी क्षति पहुंची है.
विभागीय आंकड़े के अनुसार साढ़े 44 हजार हेक्टेयर से अधिक खेतों में लगी धान की फसल पूरे जिले में बर्बाद हो गयी है. इतने बड़े नुकसान से जिले के किसान हतप्रभ हैं. जिले के सभी प्रखंडों में बाढ़ के कारण व्यापक धान के फसल की क्षति हुई है. सर्वाधिक क्षति बनमा इटहरी प्रखंड में हुई है. जबकि सोनवर्षा प्रखंड, सलखुआ प्रखंड, सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड, पतरघट प्रखंड, महिषी प्रखंड व नवहट्टा प्रखंड में सबसे अधिक क्षति देखने को मिल रही है.
कहते हैं अधिकारी : जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले में कुल 72 हजार 409 हेक्टेयर में धान की फसल किसानों द्वारा की गयी थी. विभागीय आकलन के अनुसार 44 हजार 575 हेक्टेयर में लगी धान की फसल की पूर्णरूपेण क्षति हो गयी है. उन्होंने बताया कि विभागीय आकलन रिपोर्ट विभाग को भेजी गयी है. जहां से स्वीकृति मिलने के बाद किसानों को क्षति पूर्ति लाभ मिल सकेगा.
सभी प्रखंडों में हुई धान की फसल की क्षति : जिले के सभी 10 प्रखंडों में धान फसल की बड़ी क्षति हुई है. फसल के मुख्य समय में हुए जोरदार बारिश के कारण आयी बाढ़ से जान माल के साथ फसल को व्यापक नुकसान पहुंचा है. इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि सर्वाधिक क्षति बनमा इटहरी प्रखंड में हुई है.
जहां 3282 हेक्टेयर लगी धान की फसल नष्ट हो गयी है. वहीं कहरा प्रखंड में 2402 हेक्टेयर, महिषी प्रखंड में 6085 हेक्टेयर, नवहट्टा प्रखंड में 3739 हेक्टेयर, पतरघट प्रखंड में 3855 हेक्टेयर, सलखुआ प्रखंड में 4268 हेक्टेयर, सत्तरकटैया प्रखंड में 3777 हेक्टेयर, सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में 7233 हेक्टेयर, सोनवर्षा प्रखंड में 7127 हेक्टेयर एवं सौरबाजार प्रखंड में 2823 हेक्टेयर में लगी धान की फसल नष्ट हो गयी है. उन्होंने बताया कि कुल 44575 हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हुई है. जबकि जिले में 72409 हेक्टेयर खेतों में धान की फसल लगायी गयी थी.
posted by ashish jha